रेनवाल (जयपुर). जिले के रेनवाल तहसील के अंतर्गत आने वाली डूंगरीखुर्द ग्राम पंचायत को जोबनेर पंचायत समिति में जोड़ने पर शुक्रवार को भी ग्रामीणों ने विरोध जताया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणाें ने मुख्य बस स्टैण्ड के पास धरना दिया और दाे घंटे तक दुकाने बंद कर विराेध जताया. इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम पटवारी को ज्ञापन सौंपा.
इसके साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाकर हस्ताक्षर कर अपना विरोध जाहिर किया. वहीं, पंचायत को दुबारा रेनवाल पंचायत समिति में जोडने की मांग की और मांग पूरी नहीं होने पर चुनावों के बहिष्कार करने की चेतावनी दी. ग्रामीणों ने कहना है कि डूंगरीखुर्द पंचायत पहले से ही रेनवाल तहसील के अतर्गत आती है. ऐसे में इसे 35 किलोमीटर दूर जाेबनेर में जोड़ा गया है, जो सरासर गलत है और ग्रामीणों के साथ अन्याय भी है.
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बता दें कि जोबनेर एक तो इतना दूर है, ऊपर से वहां जाने के लिए सीधे साधन की व्यवस्था भी नहीं है. इसके लिए पहले रेनवाल आकर जोबनेर जाना पड़ता है, जबकि रेनवाल की दूरी मात्र 13 किलोमीटर ही है. इसके साथ डूंगरीखुर्द पंचायत पहले से ही फुलेरा विधानसभा का हिस्सा है जबकि जोबनेर पंचायत समिति में शामिल तकरीबन सभी ग्राम पंचायतें झोटवाड़ा विधानसभा की है.
वहीं, ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए डूंगरीखुर्द को दुबारा रेनवाल पंचायत समिति में जोड़ने की मांग की है. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आगामी पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनावों के बहिष्कार करने की चेतावनी दी.
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इस मौके पर विनोद कुमार देवत, ताराचंद देवत, देवाराम देवत, गजानंद, कन्हैया, हरिनारायण यादव, सुरेंद्र शर्मा, सुरेश कुमार मीणा, दीपक शर्मा, मूलचंद मीणा, मालीराम जाट, मोहनलाल जाट, प्रेम चंद कुमावत, पांचू राम यादव, पांचू राम मांड्या, अर्जुन जाट, शंकर लाल जाट, दीनदयाल सोनी, भीमाराम यादव और कालूराम सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे.