जयपुर. कभी पूरे जयपुर की प्यास बुझाने वाला जमवारामगढ़ बांध आज खुद पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा है. कई सालों से जमवा रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्रों में हो रहे अतिक्रमण की वजह से यहां तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. जिसके चलते बांध सूखा पड़ा है. हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी जमवारामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण पूरे नहीं हट पाए हैं.
जहां एक तरफ जमवारामगढ़ बांध को जीवित करने के लिए आमजन और कई संस्थाएं लगातार संघर्ष कर रही हैं. वहीं, दूसरी ओर बांध के बहाव क्षेत्र में लगातार अतिक्रमण हो रहे है. शनिवार को बांध के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण की शिकायत लेकर ग्रामीण जमवारामगढ़ विधायक गोपाल लाल मीणा की जनसुनवाई में पहुंचे. यहां लोगों ने विधायक को सरकारी जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत की.
ग्रामीणों ने कहा कि, एक बड़े रिसोर्ट के मालिक सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करवा रहे हैं. टोडा बिलोत गांव में धनाढ्य लोग करीब डेढ़ सौ बीघा भूमि पर अतिक्रमण करने में लगे हुए हैं. वो रातों-रात बाउंड्रीवाल करके अतिक्रमण करने में लगे हुए हैं. इस पर विधायक गोपाल मीणा ने तुरंत तहसीलदार को जनसुनवाई में बुलाकर मामले की जांच करने के निर्देश दिए और अतिक्रमण रोकने के लिए कहा. साथ ही विधायक ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि, सरकारी भूमि पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा.
पढ़ेंः विधायक को मारने के लिए पिस्तौल और रकम उपलब्ध कराने वाले 2 युवक गिरफ्तार
इसके अलावा ग्रामीणों ने विधायक को अपनी-अपनी समस्या भी सुनाई. ज्यादातर लोग पानी, बिजली और सड़क संबंधी मूलभूत समस्याएं लेकर पहुंचे. जिसपर विधायक ने सभी की समस्याएं सुन जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया.
विधायक गोपाल मीणा ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि, जमवारामगढ़ बांध में पानी जरूर आएगा. जमवा रामगढ़ बांध को लेकर मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की गई है. मुख्यमंत्री भी बांध को लेकर गंभीर हैं. उन्होंने भी बांध में पानी लाने की इच्छा जताई है. मुख्यमंत्री ने इसके बारे में अधिकारियों से भी चर्चा की है और बांध में पानी लाने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा है.