जयपुर. भीलवाड़ा के कोटड़ी में नाबालिग से रेप के बाद भट्टी में जलाने के मामले में भाजपा प्रदेश में महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने में जुटी है. इस बीच प्रदेश भाजपा के मुखिया सीपी जोशी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस वीडियो में सीपी जोशी पुलिस के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिख रहे हैं.
दरअसल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का यह वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस में उनके प्रति नाराजगी है और पुलिसकर्मियों ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है. इसे लेकर राजस्थान पुलिस सेवा परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को डीजीपी उमेश मिश्रा से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है. इसमें पुलिस अधिकारियों ने सीपी जोशी के बयान की भर्त्सना करते हुए त्रुटिशोधन की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग रखी है.
कोटड़ी में सभा के दौरान बोले कड़वे बोलः डीजीपी को दिए ज्ञापन में बताया गया है कि 5 अगस्त को कोटड़ी (भीलवाड़ा) में सभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने पुलिस के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया. ज्ञापन में यह लिखा है कि सीपी जोशी के इस बयान से पुलिस अधिकारियों-कार्मिकों के सम्मान, इकबाल और छवि को भारी ठेस पहुंची है. यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी गलत या दोषी है तो वह दंड का भागी है. लेकिन पूरे पुलिस परिवार के लिए इसका सामान्यीकरण करना कतई उचित नहीं है.