जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर करीब 1 महीने पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई थी. इसे लेकर सबसे ज्यादा फोकस छात्रों के आईडी कार्ड बनाने पर किया गया. इस संबंध में राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर के कोठारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
उन्होंने कहा कि इस बार छात्र संघ चुनाव में फर्जी मतदान का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने बताया कि आईडी कार्ड में बारकोड लगाया गया है. हालांकि नई फर्म को काम देने के कारण शुरुआत में इसे लेकर परेशानी आई थी. इन्हें चुनाव से ठीक पहले दूर कर लिया गया. वहीं कुलपति का कहना है कि 2017 में ये प्रयोग शुरू किया गया था. जिसका फायदा विश्वविद्यालय को लाइब्रेरी में भी मिला है.
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वहीं छात्र संघ चुनाव के दौरान विश्वविद्यालय कैंपस और शहर भर में लगे छात्रों के पोस्टर बैनर और पैम्फलेट से शहर को बदरंग करने के सवाल पर, आरके कोठारी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता विश्वविद्यालय परिसर और संघटक कॉलेजों की है. जहां तक शहर का सवाल है कि वो जिम्मेदारी नगर निगम की है. फिर चाहे निगम प्रशासन कोई कार्रवाई करे या छात्रों पर चालान करे. वहीं मतदान के बाद मतगणना अगले दिन कराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस प्रशासन से चर्चा की गई थी. लेकिन पुलिस जाब्ता सुबह 6 बजे से यहां तैनात रहता है. यदि मतगणना उसी दिन होती है तो रात को 12 बज जाएंगे. यही वजह है कि पुलिस प्रशासन से उपयुक्त सहयोग मिले, इसके लिए ये व्यवस्था की गई है.
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ऐसे में मतपेटियों को सुरक्षित रखने के लिए कॉमर्स कॉलेज और राजस्थान कॉलेज की मत पेटियों को राजस्थान कॉलेज में रखा जाएगा. महारानी कॉलेज और महाराजा कॉलेज की मत पेटियां महाराजा कॉलेज में और अपेक्स के साथ तीनों लॉ कॉलेज की मत पेटियां डीएसडब्ल्यू कार्यालय में रखी जाएंगी. बहरहाल, विश्वविद्यालय प्रशासन की व्यवस्थाओं के चलते इस बार कोई भी अप्रिय घटना देखने को नहीं मिली. अब बुधवार का दिन ही तय करेगा कि आखिर किस प्रत्याशी का परचम फहरेगा.