जयपुर. एईएन मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी नहीं होने पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं के सपनों पर कांग्रेस का यह कैसा कुठाराघात है.
ट्वीट के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वादा था हर वर्ष लाखों नौकरियां देने का लेकिन दिया सिर्फ धोखा. एक मुख्य परीक्षा दिसंबर 2019 में आयोजित की गई थी लेकिन 15 माह बीत जाने के बावजूद भी अब तक परिणाम जारी नहीं किया गया है.
पढ़ें- डूंगरपुर: सागवाड़ा के बोहरावाड़ी में 26 कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद लगा कर्फ्यू
प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के सपनों पर कांग्रेस सरकार का यह कैसा कुठाराघात है. एईएन के पदों पर मुख्य परीक्षा 3-5 दिसंबर तक आयोजित की गई थी और अब तक 15 महीने पूरे हो चुके है. जल्द परिणाम जारी करने के लिए अभ्यर्थी कई जगह अपनी गुहार भी लगा चुके हैं.
उसके बाद भी इसका रिजल्ट जारी नहीं हो पाया है. एईएन भर्ती के लिए विज्ञापन 2018 में आया था. 16 दिसंबर 2018 को प्री का पेपर हुआ. फिर 3 से 5 दिसंबर के बीच मुख्य परीक्षा हुई. मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी नही होने से उम्मीदवारों रोष है. एईएन के 916 पदों पर यह भर्ती निकाली गई थी.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी साधा निशाना
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी बुधवार को ट्वीट के जरिए प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. पूनिया ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. पूनिया ने ट्वीट कर राज्य की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था एवं जालौर जिले की घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा.
डाॅ पूनिया ने ट्वीट में कहा कि अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण के मामले में कार्रवाई न होने से त्रस्त जालौर जिले की थूर निवासी हविया कंवर का आत्मदाह पूरे प्रदेश की घोर असुरक्षा का संदेश है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जो प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं, उनसे कई बार आग्रह कर चुका हूं कि जब आपसे गृह विभाग नहीं संभलता है तो योग्य हाथों में सौंपिये. डाॅ पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार ने किसानों, युवाओं, संविदाकर्मियों से तो वादाखिलाफी की है. इसके अलावा महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में भी पूरी तरह विफल साबित हो चुकी है.