जयपुर. केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने ईटीवी भारत से कोरोना सहित कई अहम मुद्दों पर खुलकर चर्चा की. इस दौरान मेघवाल ने कहा कि, साइकिल इंडस्ट्री मुझे पसंद है, में खुद साइकिल पसंद करता हूं और संसद भी साइकिल से जाता हूं. मेघवाल ने कहा कि, मैं पहला ऐसा सांसद हूं जिसने लड़-झगड़ कर साइकिल से संसद जाने का परमिशन लिया है. इसके बाद तो हमारा साइकिल क्लब भी बन गया है जिसमें 8 से 10 सांसद जुड़े हुए हैं.
मेघवाल ने कहा कि, धीरे-धीरे कर हमें शहरों में साइकिल ट्रैक बनाने चाहिए इससे फायदा होगा. हमें साइकिल को प्रमोट भी करना चाहिए साथ ही अगर इसमें ई-साइकिल जुड़ जाए तो और भी अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि, ई-साइकिल शुरू होने के बाद तमाम कलपुर्जे हम बना सकते हैं जो बाहर से आते हैं. मेघवाल ने जोर देते हुए कहा कि, कोई भी टेक्नोलॉजी नहीं है जो हम नहीं बना सकते.
साइकिल कलपुर्जे भारत में बनेंगे:
केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा, कोरोना के बाद अवसर बदलने वाले हैं. बहुत से ऐसे प्रफेशनल्स हैं जो भारत से बाहर दूसरे देशों में रहते हैं जो अब इंडिया आने की सोच रहे हैं. कोरोनाकाल में ऐसे लोग भारत वापस आएंगे और हम इस समय का उपयोग करेंगे, बाहर से आने वाले कलपुर्जों को भारत में ही बनाने का प्रयास करेंगे.
हमें पटरी पर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा
पूरे विश्व के देश संकट में हैं, लॉकडाउन में हैं, पूरी दुनिया की बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाएं संकट में हैं तो हमें पटरी पर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. क्योंकि हमारे यहां इनहैरेन्ट पॉवर है. प्रधानमंत्री ने एक नारा भी दिया है वन डिस्टिक वन प्रॉडक्ट. उन्होंने कहा कि कोई एक जिला जिसकी एक खासियत है. मैं बीकानेर से आता हूं, हमारे यहां रसगुल्ला, भुजिया, पापड़ की खासियत है.
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'कांग्रेस नहीं समझ रही इसलिए कर रही आलोचना'
मेघवाल ने कहा कि हर जिले में कोई ना कोई खासियत है. उस खासियत में जहां-जहां कोई कमी है, उसको दूर करके आगे बढ़ाना है, यहीं पैकेज का विषय है. कांग्रेस के लोग इसको समझ नहीं पा रहे हैं और आलोचना कर रहे हैं. कांग्रेस आरोप लगाती है कि हमारी न्याय योजना के तहत गरीबों को पैसे क्यों नहीं दिए.