जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मिली जेड सिक्योरिटी पर सवाल खड़े किए थे. साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री को राजस्थान में संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी मामले में अभियुक्त तक करार दे दिया था. वहीं, सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जवाब दिया. उन्होंने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को उनसे वैसे ही स्नेह है, जैसे उन्हें अपनी पार्टी के एक नेता से है. ऐसे में उनका इशारा राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की ओर था.
पहले नकरा, निकम्मा, भगोड़ा और अब बनाया अभियुक्त - आगे उन्होंने कहा कि सीएम उन्हें कभी नकारा, निकम्मा, भगोड़ा और अब अभियुक्त तक कह रहे हैं. शेखावत ने कहा कि संजीवनी मल्टी स्टेट सोसाइटी जब बनी और जब उसे मल्टीस्टेट का दर्जा मिला तो राजस्थान और केंद्र दोनों ही जगहों पर कांग्रेस की सरकार थी. आगे उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्य को पुलिस ने जो चार साल में हजारों पन्नों की तीन चार्जशीट पेश की है, उसमें दोषी नहीं माना है. शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री उनकी सियासी हत्या के लिए उन्हें ही अभियुक्त कह रहे हैं, जो उनके बेटे को पौने 3 लाख से हराने के चलते उनकी खींज है.
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सीएम दे रहे मानहानि के मुकदमे का मौका - उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार उनके चरित्र पर कीचड़ उछाल कर उन्हें मानहानि के मुकदमे का मौका दे रहे हैं. खैर, वो अपने धैर्य की परीक्षा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान सरकार मामले को सीबीआई को सौंप दें तो पूरा मामला साफ हो जाएगा. लेकिन गहलोत सरकार एसओजी का दुरुपयोग करके उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है. जेट सिक्योरिटी के मसले पर उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार पंजाब से मिल रहे थ्रेट को देखते हुए बिना मांगे केंद्र सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई है.
केंद्र से मिली सुरक्षा पर सवाल - वहीं, जेड सिक्योरिटी पर केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें मिली सिक्योरिटी को भी बोलने के लिए हथियार बनाया है. जबकि उन्होंने केंद्र से इसकी मांग ही नहीं थी, बल्कि पंजाब प्रभारी होने के नाते उन्हें लगातार मिल रही धमकियों को देखते हुए सुरक्षा का आकलन के बाद दी गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत तो इसे भी उनके गिरफ्तारी से बचने का तरीका करार दे रहे हैं.
एसओजी ने नहीं दिया वॉइस सैंपल के लिए नोटिस - शेखावत ने कहा कि वो प्रदेश के हर हिस्से में जाते हैं और चुनौती देकर कहते हैं कि अगर किसी भी स्तर पर वो दोषी पाए जाते हैं तो एसओजी सिर्फ उन्हें कह दे, वो खुद एसओजी के पास पहुंच जाएंगे. उन्होंने साफ कहा कि आज तक वॉइस सैंपल के लिए उन्हें एसओजी ने कोई नोटिस तक नहीं दिया है. इधर, संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी के लोगों का कांग्रेस से जुड़ाव बताते हुए उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाए कि 2008 के विधानसभा चुनाव में पचपदरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर कौन चुनाव लड़ना चाहता था.