जयपुर. गुजरात में सत्याग्रह कर रहे प्रदेश के युवा बेरोजगार अहमदाबाद में अलग-अलग जगहों पर गुजर-बसर कर रहे हैं. धनतेरस पर रेबारी कॉलोनी में रह रहे कुछ युवाओं को बाहर निकाल दिया गया जो अब दूसरा ठिकाना ढूंढ रहे हैं. रविवार को साबरमती आश्रम पहुंचकर यहां गांधी जी की प्रतिमा के सामने 5 काले दीपक बिना जलाए रखकर बेरोजगारों ने विरोध जताया. बेरोजगार युवओं ने इस बार काली दिवाली मनाने (unemployed youth will celebrate black diwali) का ऐलान किया है.
सत्याग्रह की अगुवाई कर रहे बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि बीते 22 दिन से युवा बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को लेकर संघर्ष जारी है. पहले दांडी यात्रा उसके बाद अहमदाबाद में महापड़ाव डाला है फिर भी प्रदेश कांग्रेस सरकार ने उनकी सुध तक नहीं ली. इस बार गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कई मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि अब इन मंत्रियों की सभा में जाकर विरोध किया आएगा.
उपेन यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री उनके अभिभावक हैं, उम्मीद थी कि युवाओं से मिलकर वो न्याय देंगे, लेकिन वह बिना मिले चले गए. यही नहीं उन्हें जेलों में डलवा दिया गया. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक राजस्थान नहीं आएंगे. उनके साथ सैकड़ों युवा बेरोजगारों ने सोमवार को बिना खाना खाए काली दीपावली मनाने का ऐलान किया.
राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के सामने मिशन गुजरात है जिसे फतेह करने की जिम्मेदारी कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत को सौंपी है. उन्हें गुजरात का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया गया है उनके अलावा प्रदेश के 13 मंत्री और 10 कांग्रेसी विधायक भी बतौर स्टार प्रचारक गुजरात पहुंचेंगे, जबकि पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पहले ही गुजरात के प्रभारी के तौर पर वहां काम देख रहे हैं.