जयपुर. उदयपुर जिले के जावर माइंस थाना क्षेत्र में 12 नवंबर की शाम ओडा गांव के (police team will be honored ) निकट बने रेलवे ओवर ब्रिज में हुए ब्लास्ट की घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को सम्मानित किया जाएगा. मुख्य आरोपी धूलसिंह को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम को पुलिस मुख्यालय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा. डीजीपी उमेश मिश्रा ने पुलिस टीम को सम्मानित करने के आदेश दिए हैं.
प्रकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कांस्टेबल पुष्पेंद्र को गैलेंट्री प्रमोशन और टीम के अन्य अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को डीजीपी डिस्क व अन्य पारितोषिक प्रदान किया जाएगा. डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान कांस्टेबल पुष्पेंद्र ने जांच अधिकारी को सूचना दी कि इस घटना में एकलिंगपुरा निवासी धूलचंद का हाथ हो सकता है. सूचना पर धूलचंद को डिटेन कर स्थानीय भाषा के जानकार कांस्टेबल मांगीलाल की सहायता से पूछताछ की.
पूछताछ के दौरान धूलचन्द ने घटना कारित करना स्वीकार किया. घटना में अभियुक्त को पकड़वाने में कांस्टेबल पुष्पेन्द्र की विशेष भूमिका को ध्यान में रखते हुए विशेष पदोन्नति दी जाएगी. उदयपुर एसपी विकास शर्मा की अनुशंसा के अनुसार अभियुक्त से अनुसंधान करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला, सीओ राजेन्द्र सिंह जैन, एसएसओ जावर माइंस अनिल विश्नोई व कॉन्स्टेबल मांगी लाल की सराहनीय भूमिका है. इन्हें डीजीपी डिस्क प्रदान की जाएगी.
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शेष अनुसंधान टीम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह, सीओ गिर्वा भूपेन्द्र, सीओ तपेन्द्र मीणा, पुलिस निरीक्षक लीलाधर मालवीय, पुलिस निरीक्षक दलपत सिंह, सुबोध जांगिड, कमलेन्द्र सिंह, रमेश मीणा, जिला उदयपुर एवं उप निरीक्षक, सीआईडी (जोन) कैलाश सिंह चौहान को पुलिस मुख्यालय स्तर पर उचित रिवार्ड प्रदान किया जाएगा. इसी प्रकार सहायक उप निरीक्षक (अपराध शाखा) वेलाराम व हेड कांस्टेबल बालकृष्ण मीणा, मोहन पाल सिंह भैरू सिंह, प्रताप सिंह, गम्भीर सिंह, गणेश कुमार, मंगल कुमार एवं कांस्टेबल सत्यनारायण, शांति लाल व मुकेश को पुलिस मुख्यालय स्तर पर उचित रिवॉर्ड प्रदान किया जाएगा.