जयपुर. आरोपियों के खिलाफ पहले से ही हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट और रंगदारी वसूलने के दर्जनों प्रकरण दर्ज है. आरोपी संजीव को एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास भी हो चुका है. जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के मुताबिक जयपुर शहर में संगठित अपराधों में वांछित अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा और डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद के निर्देशन में एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी और एसीपी चिरंजीलाल मीणा के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम को सूचना मिली थी कि जयपुर शहर में संगठित अपराधों, वांछित अपराधियों, जानलेवा हमले, फायरिंग और रंगदारी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं. जयपुर शहर में करीब 2 साल से विभिन्न मामलों में फरार चल रहे हैं. संजीव जाट और गुलशन बिहारी प्रताप नगर इलाके में होने की सूचना मिली पुलिस की टीम ने सूचना के आधार पर निगरानी रखते हुए दोनों आरोपियों को दबोच लिया.
आरोपी गुलशन बिहारी मालवीय नगर थाने में रूपा मीणा के घर पर फायरिंग और जानलेवा हमले के मामले में वांछित होने के कारण मालवीय नगर थाना पुलिस के सुपुर्द किया गया है. आरोपी संजीव को कोतवाली इलाके में डरा धमकाकर रंगदारी वसूलने के मामले में फरार होने के कारण कोतवाली थाना पुलिस को सुपुर्द किया गया है. पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने प्रताप नगर इलाके में दबिश देकर कुख्यात आरोपी संजीव और गुलशन बिहारी को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ जयपुर शहर में दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है.
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दोनों आरोपी अपने प्रतिद्वंदी गैंग के एक बदमाश को मारने की योजना बना रहे थे. पिछले दिनों में एक दूसरे ग्रुप के एक सदस्य का अपहरण कर गंभीर मारपीट की गई थी. संजीव और गुलशन बिहारी दोनों अपराधी मिलकर एक संगठित गिरोह बनाकर वर्तमान समय में सट्टे का बड़ा कारोबार चला रहे हैं और कुछ लोगों को डरा धमका कर रंगदारी वसूल कर रहे थे.