जयपुर. पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने कहा है (ACS on Adarsh Gram Yojna) कि आदर्श ग्राम योजना में चयनित ग्राम पंचायतों को विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस से एक मॉडल ग्राम के रूप में इस प्रकार विकसित किया जाए कि अन्य ग्राम पंचायतों को भी इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले.
अतिरिक्त मुख्य सचिव सोमवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण (Training of Sarpanch and VDO in Jaipur) के द्वितीय सत्र के दौरान प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे. सरपंचों एवं ग्राम विकास अधिकारियों से योजना के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला कलेक्टर, सीईओ, उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों एवं ग्रामीण विकास के अन्य अधिकारियों को वीसी के माध्यम से योजना के संबंध में चर्चा की (VC for Saansad Adarsh Gram Yojana) जाएगी. इसमें आपसी समन्वय से इस योजना की नियमित समीक्षा के लिए निर्देश दिए जाएंगे.
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उन्होंने प्रशिक्षण के प्रतिभागियों से ग्रामीण क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के लिए अधिक से अधिक राजीविका स्वयं सहायता समूहों का निर्माण और उन्हें प्रोत्साहित करने को कहा. शासन सचिव मंजू राजपाल ने बताया कि आदर्श गांव का विकास दूसरे गांवों के लिए भी प्रेरणा बने. ग्रामीण विकास विभाग की शासन सचिव मंजू राजपाल ने बताया कि सांसद आदर्श ग्राम योजना एक प्रमुख योजना है जिसे विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस के माध्यम से संचालित किया जाता है. इसमें सांसद निधि का भी उपयोग किया जा सकता है और इसमें सांसद, सरपंच एवं अन्य जनप्रतिनिधि, ग्रामीण विकास विभाग के फील्ड ऑफिसर मिलकर ग्राम पंचायत के विकास की योजना बनाते हैं एवं उसके आदर्श स्वरूप के लिए कार्य करते हैं.