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हर दिन खपाया जा रहा 50 हजार लीटर नकली दूध, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे - Action Against Adulteration

Action Against Adulteration, दीपावली और शादी के सीजन में भरतपुर और दौसा में सिंथेटिक दूध के जहरीले कारोबार का भंडाफोड़ करने के बाद अब सीआईडी सीबी इस नेक्सस से जुड़े सफेदपोशों की कुंडली खंगाल रही है. इस गिरोह के तार सरस डेयरी तक जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है.

Bulk Milk Cooler Chairman Role
सिंथेटिक दूध की जहरीली धारा
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 9, 2023, 1:25 PM IST

जयपुर. दीपावली और बंपर सावों के सीजन में पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने भरतपुर और दौसा में सिंथेटिक दूध के जहरीले कारोबार का भंडाफोड़ किया तो दोनों जिलों में हड़कंप मच गया. यह नकली दूध बीएमसी की तीन डेयरियों के साथ ही कई निजी डेयरियों पर भी बेचा जा रहा था. जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में हर दिन करीब 50 हजार लीटर तैयार नकली दूध तैयार कर डेयरियों के जरिए बाजार में खपाया जा रहा था.

इस बीच सीआईडी सीबी की पड़ताल में यह सामने आया है कि दूध संग्रहण केंद्र के जरिए यह नकली दूध जयपुर सरस डेयरी तक पहुंचाया जा रहा था. इस पूरे मामले में एक दूध संग्रहण केंद्र (Bulk Milk Cooler) यानी बीएमसी अध्यक्ष की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. ऐसे में सीआईडी अब यह लगाने में जुटी है कि सिंथेटिक दूध बनाने वाले गिरोह के तार सरस डेयरी में किस-किस कर्मचारी और अधिकारी से जुड़े हुए हैं. बता दें कि भरतपुर और दौसा में कार्रवाई करते हुए सीआईडी सीबी ने 50 हजार लीटर नकली दूध पकड़ा था. इस कार्रवाई में 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही पनीर और मावे की खेप भी पकड़ी गई है.

पढ़ें : घर में सास-बहू बना रही थी नकली दूध, विजिलेंस की टीम ने मारा छापा, जानें फिर क्या हुआ...

एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के अनुसार, सीआईडी सीबी ने कैथवाड़ा (भरतपुर) में सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी. इस फैक्ट्री में तैयार नकली दूध को दौसा की तीन बीएमसी और अन्य डेयरियों पर खपाया जा रहा था. इस सीआईडी ने 50 हजार लीटर दूध जब्त किया. दूध सप्लाई के काम आने वाली तीन गाड़ियां भी जब्त की गई है. इसके साथ ही 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. इस मामले में एक बीएमसी अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिसकी विस्तृत पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा बीएमसी के जरिए जयपुर सरस डेयरी तक दूध पहुंचने को लेकर भी पड़ताल की जा रही है. इसमें जिन कर्मचारियों-अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई जाएगी. उनकी भी जांच होगी.

कहां खपाया जा रहा था नकली दूध ? : भरतपुर के कैथवाड़ा में बना नकली दूध दौसा जिले के बांदीकुई थाना इलाके की दो बीएमसी और बैजूपाड़ा स्थित एक बीएमसी में सप्लाई किया जा रहा था. इसके अलावा सिकराय कसबे की डेयरियों में भी नकली दूध सप्लाई किया जा रहा था. सीआईडी सीबी ने स्थानीय पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है.

केमिकल से तैयार होता सिंथेटिक दूध : दरअसल, सिंथेटिक दूध में असली दूध की एक बूंद भी नहीं होती. हाइड्रो पेरोक्साइड, यूरिया, पाम आयल, कास्टिक सोडा, मिल्क पाउडर इत्यादि को एक तय मात्रा में लेकर मशीनों के जरिए नकली दूध तैयार किया जाता है. यह सिंथेटिक या नकली दूध शरीर पर घातक असर डालता है. इसका सेवन कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.

जयपुर. दीपावली और बंपर सावों के सीजन में पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने भरतपुर और दौसा में सिंथेटिक दूध के जहरीले कारोबार का भंडाफोड़ किया तो दोनों जिलों में हड़कंप मच गया. यह नकली दूध बीएमसी की तीन डेयरियों के साथ ही कई निजी डेयरियों पर भी बेचा जा रहा था. जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में हर दिन करीब 50 हजार लीटर तैयार नकली दूध तैयार कर डेयरियों के जरिए बाजार में खपाया जा रहा था.

इस बीच सीआईडी सीबी की पड़ताल में यह सामने आया है कि दूध संग्रहण केंद्र के जरिए यह नकली दूध जयपुर सरस डेयरी तक पहुंचाया जा रहा था. इस पूरे मामले में एक दूध संग्रहण केंद्र (Bulk Milk Cooler) यानी बीएमसी अध्यक्ष की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. ऐसे में सीआईडी अब यह लगाने में जुटी है कि सिंथेटिक दूध बनाने वाले गिरोह के तार सरस डेयरी में किस-किस कर्मचारी और अधिकारी से जुड़े हुए हैं. बता दें कि भरतपुर और दौसा में कार्रवाई करते हुए सीआईडी सीबी ने 50 हजार लीटर नकली दूध पकड़ा था. इस कार्रवाई में 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही पनीर और मावे की खेप भी पकड़ी गई है.

पढ़ें : घर में सास-बहू बना रही थी नकली दूध, विजिलेंस की टीम ने मारा छापा, जानें फिर क्या हुआ...

एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के अनुसार, सीआईडी सीबी ने कैथवाड़ा (भरतपुर) में सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी. इस फैक्ट्री में तैयार नकली दूध को दौसा की तीन बीएमसी और अन्य डेयरियों पर खपाया जा रहा था. इस सीआईडी ने 50 हजार लीटर दूध जब्त किया. दूध सप्लाई के काम आने वाली तीन गाड़ियां भी जब्त की गई है. इसके साथ ही 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. इस मामले में एक बीएमसी अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिसकी विस्तृत पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा बीएमसी के जरिए जयपुर सरस डेयरी तक दूध पहुंचने को लेकर भी पड़ताल की जा रही है. इसमें जिन कर्मचारियों-अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई जाएगी. उनकी भी जांच होगी.

कहां खपाया जा रहा था नकली दूध ? : भरतपुर के कैथवाड़ा में बना नकली दूध दौसा जिले के बांदीकुई थाना इलाके की दो बीएमसी और बैजूपाड़ा स्थित एक बीएमसी में सप्लाई किया जा रहा था. इसके अलावा सिकराय कसबे की डेयरियों में भी नकली दूध सप्लाई किया जा रहा था. सीआईडी सीबी ने स्थानीय पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है.

केमिकल से तैयार होता सिंथेटिक दूध : दरअसल, सिंथेटिक दूध में असली दूध की एक बूंद भी नहीं होती. हाइड्रो पेरोक्साइड, यूरिया, पाम आयल, कास्टिक सोडा, मिल्क पाउडर इत्यादि को एक तय मात्रा में लेकर मशीनों के जरिए नकली दूध तैयार किया जाता है. यह सिंथेटिक या नकली दूध शरीर पर घातक असर डालता है. इसका सेवन कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.

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