ETV Bharat / state

Tourists in Rajasthan : बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर

राजस्थान में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इस बीच पर्यटन में भी तेजी आई (Tourists in Rajasthan) है. कोविड के बावजूद देसी-विदेशी पर्यटक राजस्थान घूमने आ रहे हैं.

Tourists in Rajasthan
देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर
author img

By

Published : Apr 15, 2023, 8:13 AM IST

Updated : Apr 15, 2023, 9:57 AM IST

देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर

जयपुर. राजस्थान में इन दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. शुक्रवार को राजस्थान में कोविड-19 के 397 पॉजिटिव मामले सामने आए, इनमें से 85 मामले राजधानी जयपुर में मिले. हालांकि बढ़ती महामारी के बीच भी पर्यटन का कारोबार परवान पर है. हाल ही में अमेरिका से आए 105 पर्यटकों के दल को लेकर भी राजधानी के कारोबारियों में खासा चर्चा रही. आगरा-दिल्ली-जयपुर के गोल्डन ट्रायंगल पर आए इन सैलानियों ने दौसा में आभानेरी की चांद बावड़ी के दीदार किए. इन सैलानियों ने शुक्रवार को आमेर महल का भी दीदार किया. इस दौरान वे काफी खुश नजर आए.

पर्यटन कारोबार तलाश रहा है बूस्ट अप : कोरोना जैसी महामारी के बाद भारत में पर्यटन कारोबार की स्थिति गड़बड़ा गई थी. ऐसे हालात में पर्यटन पर आधारित अन्य उद्योग जैसे कि होटल, फूड और हॉस्पिटैलिटी जैसे व्यवसाय पर भी बड़ा असर देखने को मिला था. पर्यटन कारोबार से जुड़े हुए व्यापारियों का भी मानना था कि अभी कुछ साल और विदेशी सैलानी भारत का रुख नहीं करने वाले है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हाल ही में इन विदेशी सैलानियों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. यह सैलानी भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं.

Tourists in Rajasthan
देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर

पढ़ें. राजस्थान में कोरोना के 397 नए मामले, तीन की मौत

पर्यटन कारोबार से जुड़े संजय कौशिक बताते हैं कि भारत में मौजूदा मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर इसके पीछे बड़ी वजह है. विदेशों में भारत के कोविड-19 मैनेजमेंट की चर्चा रही थी. सघन आबादी के बावजूद जिस तरह से भारत में इस महामारी का मुकाबला किया, इसके बाद से भारत पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है. संजय कौशिक के मुताबिक भले ही अब देश में एक बार फिर से कोरोना पैर पसारते हुए नजर आ रहा है, लेकिन इसका असर अब पर्यटन कारोबार पर नहीं पड़ेगा.

गोल्डन ट्रायंगल फर्स्ट च्वाइस : पर्यटन की सर्किट में दिल्ली-आगरा-जयपुर को देश-विदेश में लोकप्रिय माना जाता है. कहा जाता है कि इन तीनों शहरों में सैलानी भारत की संस्कृति, स्थापत्य कला और लोक कला अनुभव कर लेते हैं. ऐसे में पर्यटन कारोबारी भी उत्साहित हैं कि फिर से विदेशी सैलानियों में इन तीन शहरों का रुझान देखा गया है. देसी सैलानियों के साथ विदेशियों के आने से यहां का हैंडलूम, क्राफ्ट और जेम्स ज्वेलरी कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. वहीं, होटल से जुड़े व्यापारी भी इसे संजीवनी के रूप में देख रहे हैं. अमेरिका से आने वाले सैलानियों के अगुवाई करने वाले नीरज श्रीवास्तव कहते हैं कि राजस्थान की स्थापत्य कला को लेकर यह सैलानी अभिभूत नजर आए. इन्होंने खान-पान के साथ ही मेहमान नवाजी की भी जमकर तारीफ की.

Tourists in Rajasthan
पर्यटन कारोबार तलाश रहा है बूस्ट अप

यहां इतने पर्यटक पहुंचे : जयपुर में आने वाले विदेशी सैलानियों के आंकड़ों में भी इजाफा भी हुआ. आमेर फोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, 11 अप्रैल को किले में आने वाले विदेशी सैलानियों का आंकड़ा 376, जबकि देसी पर्यटकों की संख्या 603 रही थी. 12 अप्रैल को 515 विदेशी सैलानी और 1761 देसी पर्यटक महल देखने के लिए पहुंचे. 13 अप्रैल को 410 विदेशी सैलानियों के साथ-साथ 1811 भारतीय पर्यटकों ने रजवाड़ों के इतिहास का दीदार किया है.

देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर

जयपुर. राजस्थान में इन दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. शुक्रवार को राजस्थान में कोविड-19 के 397 पॉजिटिव मामले सामने आए, इनमें से 85 मामले राजधानी जयपुर में मिले. हालांकि बढ़ती महामारी के बीच भी पर्यटन का कारोबार परवान पर है. हाल ही में अमेरिका से आए 105 पर्यटकों के दल को लेकर भी राजधानी के कारोबारियों में खासा चर्चा रही. आगरा-दिल्ली-जयपुर के गोल्डन ट्रायंगल पर आए इन सैलानियों ने दौसा में आभानेरी की चांद बावड़ी के दीदार किए. इन सैलानियों ने शुक्रवार को आमेर महल का भी दीदार किया. इस दौरान वे काफी खुश नजर आए.

पर्यटन कारोबार तलाश रहा है बूस्ट अप : कोरोना जैसी महामारी के बाद भारत में पर्यटन कारोबार की स्थिति गड़बड़ा गई थी. ऐसे हालात में पर्यटन पर आधारित अन्य उद्योग जैसे कि होटल, फूड और हॉस्पिटैलिटी जैसे व्यवसाय पर भी बड़ा असर देखने को मिला था. पर्यटन कारोबार से जुड़े हुए व्यापारियों का भी मानना था कि अभी कुछ साल और विदेशी सैलानी भारत का रुख नहीं करने वाले है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हाल ही में इन विदेशी सैलानियों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. यह सैलानी भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं.

Tourists in Rajasthan
देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार गुलाबी शहर

पढ़ें. राजस्थान में कोरोना के 397 नए मामले, तीन की मौत

पर्यटन कारोबार से जुड़े संजय कौशिक बताते हैं कि भारत में मौजूदा मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर इसके पीछे बड़ी वजह है. विदेशों में भारत के कोविड-19 मैनेजमेंट की चर्चा रही थी. सघन आबादी के बावजूद जिस तरह से भारत में इस महामारी का मुकाबला किया, इसके बाद से भारत पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है. संजय कौशिक के मुताबिक भले ही अब देश में एक बार फिर से कोरोना पैर पसारते हुए नजर आ रहा है, लेकिन इसका असर अब पर्यटन कारोबार पर नहीं पड़ेगा.

गोल्डन ट्रायंगल फर्स्ट च्वाइस : पर्यटन की सर्किट में दिल्ली-आगरा-जयपुर को देश-विदेश में लोकप्रिय माना जाता है. कहा जाता है कि इन तीनों शहरों में सैलानी भारत की संस्कृति, स्थापत्य कला और लोक कला अनुभव कर लेते हैं. ऐसे में पर्यटन कारोबारी भी उत्साहित हैं कि फिर से विदेशी सैलानियों में इन तीन शहरों का रुझान देखा गया है. देसी सैलानियों के साथ विदेशियों के आने से यहां का हैंडलूम, क्राफ्ट और जेम्स ज्वेलरी कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. वहीं, होटल से जुड़े व्यापारी भी इसे संजीवनी के रूप में देख रहे हैं. अमेरिका से आने वाले सैलानियों के अगुवाई करने वाले नीरज श्रीवास्तव कहते हैं कि राजस्थान की स्थापत्य कला को लेकर यह सैलानी अभिभूत नजर आए. इन्होंने खान-पान के साथ ही मेहमान नवाजी की भी जमकर तारीफ की.

Tourists in Rajasthan
पर्यटन कारोबार तलाश रहा है बूस्ट अप

यहां इतने पर्यटक पहुंचे : जयपुर में आने वाले विदेशी सैलानियों के आंकड़ों में भी इजाफा भी हुआ. आमेर फोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, 11 अप्रैल को किले में आने वाले विदेशी सैलानियों का आंकड़ा 376, जबकि देसी पर्यटकों की संख्या 603 रही थी. 12 अप्रैल को 515 विदेशी सैलानी और 1761 देसी पर्यटक महल देखने के लिए पहुंचे. 13 अप्रैल को 410 विदेशी सैलानियों के साथ-साथ 1811 भारतीय पर्यटकों ने रजवाड़ों के इतिहास का दीदार किया है.

Last Updated : Apr 15, 2023, 9:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.