जयपुर. राज्य सरकार ने गुरुवार को एक आदेश जारी करते हुए भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के तीन अधिकारियों को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस वेतन शृंखला से महानिदेशक वेतन शृंखला में पदोन्नति देने के आदेश जारी किए हैं. ये तीनों अधिकारी 1991 बैच के अधिकारी हैं. इनमें एडीजी सौरभ श्रीवास्तव भी शामिल हैं, जो तीन दिन बाद 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. आज प्रमोट हुए दो अन्य अधिकारी भी इसी साल सेवानिवृत्त होंगे.
राजस्थान सरकार के कार्मिक (क-1) विभाग ने आज एक आदेश जारी किया है. इसमें भारतीय पुलिस सेवा के धर्मचंद जैन, ए. पोन्नूचामी और सौरभ श्रीवास्तव को भारतीय पुलिस सेवा की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस वेतन शृंखला से महानिदेशक पुलिस वेतन शृंखला में पदोन्नत किया है. ये तीनों साल 1991 बैच के अधिकारी हैं और इसी साल सेवानिवृत्त होने वाले हैं. सौरभ श्रीवास्तव 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जबकि ए.पोन्नूचामी 31 मई को और डीसी जैन 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होंगे. एडीजी से डीजी बनने पर आईपीएस धर्मचंद जैन, ए. पोन्नूचामी और सौरभ श्रीवास्तव को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस से महानिदेशक पुलिस बनने पर बधाई दी है. साथ ही इनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.
एसीबी में एडीजी रहे श्रीवास्तव, पोन्नूचामी दारिया एनकाउंटर में गए जेल : एडीजी से डीजी बनाए गए सौरभ श्रीवास्तव वर्तमान में एडीजी (मुख्यालय) हैं. वे इससे पहले एसीबी में एडीजी रहे हैं. इस दौरान रिकॉर्ड कार्रवाइ करते हुए कई भ्रष्ट अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया था. उनके एसीबी में रहते काफी ट्रैप की कार्रवाइ को अंजाम दिया गया. जबकि धर्मचंद जैन अभी दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर हैं. ए. पोन्नूचामी का नाम साल 2006 के दारिया एनकाउंटर के समय काफी चर्चित रहा था. इस मामले में सीबीआई जांच हुई थी और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. बाद में उन्हें इस मामले में बरी कर दिया गया. साल 2009 में उन्हें पुलिस मेडल से सम्मानित किया गया.