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बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाकर रुपए ऐंठने वाले गिरोह का भांडाफोड़, महिला सहित तीन गिरफ्तार - हनीट्रैप गिरोह

जयपुर जिले की बस्सी थाना पुलिस ने बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाकर रुपए ऐंठने वाले गिरोह का भांडाफोड़ करते हुए एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक युवक को जाल में फंसाकर पांच लाख रुपए की मांग की थी.

crime in bassi jaipur, जयपुर बस्सी हनीट्रैप
Three arrested including woman honeytrap gang
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Published : Jan 14, 2020, 11:04 PM IST

बस्सी (जयपुर). राजधानी जयपुर की बस्सी थाना पुलिस ने बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने गिरोह में शामिल एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

बस्सी थानाधिकारी शिवराज भारद्वाज ने बताया कि परिवादी गिर्राज मीणा ने 11 जनवरी को बस्सी थाने बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने व रुपये ऐंठने का मामला दर्ज करवाया था. जिसमें परिवादी ने बताया कि 09 जनवरी को उसके परिचित मीठालाल मीणा ने फोन करके उसे राजाधोक टोल प्लाजा बुलाया जहां से वो उसे अपनी गाड़ी में बिठा दिल्ली रोड़ कूकस के पास ले गया. वहां एक अन्य गाड़ी में सरोज बैरवा नाम की महिला भी बैठी थी.

रेप के झूठे मुकदमे का भय दिखाकर लाखों रुपए ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश

पुलिस ने बताया कि मीठालाल ने परिवादी गिर्राज मीणा व महिला को शराब पिलाई. इसी दौरान वहा एक अन्य कार आई जिसमे चार लोग सवार थे. उन्होंने खुद को महिला के परिजन बताते हुए परिवादी को धमकाया और महिला के साथ गलत काम करने का आरोप लगाया. जिससे परिवादी सहम गया. इसी बात का फायद उठाते हुए आरोपियों ने परिवादी को बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने का भय दिखाया. और इसके बदले में 5 लाख रुपए मांगे.

पढ़ें : मनीष मर्डर केस : फ्लिपकार्ट से मंगवाया था चाकू और यूट्यूब पर देखी थी ट्रिक; हत्यारा जयेश राणा गिरफ्तार

आरोपी परिवादी को अपनी कार में डाल आगरा रोड़ पर पुरानी चुंगी के पास ले गए जहां पैसे देने का दबाव बनाया. इस स्थिति में घबराए गिर्राज ने अपने किसी परिचित से 50 हजार रुपये उधार मंगवाकर आरोपियों को सौंप दिए. वहीं, आरोपियों ने परिवादी कि एक कार को स्टाम्प के जरिए 3 लाख रुपए का लेनदेन दिखाकर अपने पास रख ली. इसके बाद आरोपी परिवादी को राजाधोक टोल प्लाजा के पास छोड़ गए.

बदनामी के डर से परिवादी ने आत्महत्या करने की सोची लेकिन इस घटना का पता गिर्राज के दोस्तों को लगा तो उन्होंने थाने में मामला दर्ज करवाने की बात कही. जिस पर गिर्राज बैरवा ने आरोपी सरोज बैरवा, अजय शर्मा, मीठालाल मीणा व 3-4 अन्य लोगों के खिलाफ बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने और 05 लाख रुपये ऐठने का मामला दर्ज करवाया.

मामले को गंभीरताल से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनोज चौधरी के निर्देशन व एसीपी के नेतृत्व में बस्सी थानाधिकारी शिवकुमार भारद्वाज ने एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरु की. इस बीच आरोपी प्राथी से जगह बदल-बदलकर रुपये की मांग करते रहे व दबाव बनाते रहे. वहीं महिला आरोपी सरोज बैरवा का एक गिरोह भी ढाई लाख रुपए अलग से मांग करने लगा.

पढ़ें : प्रतापनगर दोहरा हत्याकांड मामले में Contract किलर के जीजा को पुलिस ने दी Clean Chit

पुलिस ने जाल बिछाकर अलग-अलग जगह दबिश देकर सरोज बैरवा, अजय शर्मा व हरिकेश बैरवा को गिरफ़्तार कर लिया. इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी सरोज बैरवा दौसा में एक एनजीओ चलाती है पूर्व में पैसे लेकर कई मामलों में जमानत दे चुकी है. इसी दौरान सरोज की दोस्ती अजय से हो गई जिसके बाद दोनों ने पैसे ऐंठने का काम शुरु कर दिया. फिलहाल पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि गिरोह के कई और भी शिकार हो सकते हैं. जिसके बाद कई मामले भी खुल सकते हैं.

बस्सी (जयपुर). राजधानी जयपुर की बस्सी थाना पुलिस ने बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने गिरोह में शामिल एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

बस्सी थानाधिकारी शिवराज भारद्वाज ने बताया कि परिवादी गिर्राज मीणा ने 11 जनवरी को बस्सी थाने बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने व रुपये ऐंठने का मामला दर्ज करवाया था. जिसमें परिवादी ने बताया कि 09 जनवरी को उसके परिचित मीठालाल मीणा ने फोन करके उसे राजाधोक टोल प्लाजा बुलाया जहां से वो उसे अपनी गाड़ी में बिठा दिल्ली रोड़ कूकस के पास ले गया. वहां एक अन्य गाड़ी में सरोज बैरवा नाम की महिला भी बैठी थी.

रेप के झूठे मुकदमे का भय दिखाकर लाखों रुपए ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश

पुलिस ने बताया कि मीठालाल ने परिवादी गिर्राज मीणा व महिला को शराब पिलाई. इसी दौरान वहा एक अन्य कार आई जिसमे चार लोग सवार थे. उन्होंने खुद को महिला के परिजन बताते हुए परिवादी को धमकाया और महिला के साथ गलत काम करने का आरोप लगाया. जिससे परिवादी सहम गया. इसी बात का फायद उठाते हुए आरोपियों ने परिवादी को बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने का भय दिखाया. और इसके बदले में 5 लाख रुपए मांगे.

पढ़ें : मनीष मर्डर केस : फ्लिपकार्ट से मंगवाया था चाकू और यूट्यूब पर देखी थी ट्रिक; हत्यारा जयेश राणा गिरफ्तार

आरोपी परिवादी को अपनी कार में डाल आगरा रोड़ पर पुरानी चुंगी के पास ले गए जहां पैसे देने का दबाव बनाया. इस स्थिति में घबराए गिर्राज ने अपने किसी परिचित से 50 हजार रुपये उधार मंगवाकर आरोपियों को सौंप दिए. वहीं, आरोपियों ने परिवादी कि एक कार को स्टाम्प के जरिए 3 लाख रुपए का लेनदेन दिखाकर अपने पास रख ली. इसके बाद आरोपी परिवादी को राजाधोक टोल प्लाजा के पास छोड़ गए.

बदनामी के डर से परिवादी ने आत्महत्या करने की सोची लेकिन इस घटना का पता गिर्राज के दोस्तों को लगा तो उन्होंने थाने में मामला दर्ज करवाने की बात कही. जिस पर गिर्राज बैरवा ने आरोपी सरोज बैरवा, अजय शर्मा, मीठालाल मीणा व 3-4 अन्य लोगों के खिलाफ बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने और 05 लाख रुपये ऐठने का मामला दर्ज करवाया.

मामले को गंभीरताल से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनोज चौधरी के निर्देशन व एसीपी के नेतृत्व में बस्सी थानाधिकारी शिवकुमार भारद्वाज ने एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरु की. इस बीच आरोपी प्राथी से जगह बदल-बदलकर रुपये की मांग करते रहे व दबाव बनाते रहे. वहीं महिला आरोपी सरोज बैरवा का एक गिरोह भी ढाई लाख रुपए अलग से मांग करने लगा.

पढ़ें : प्रतापनगर दोहरा हत्याकांड मामले में Contract किलर के जीजा को पुलिस ने दी Clean Chit

पुलिस ने जाल बिछाकर अलग-अलग जगह दबिश देकर सरोज बैरवा, अजय शर्मा व हरिकेश बैरवा को गिरफ़्तार कर लिया. इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी सरोज बैरवा दौसा में एक एनजीओ चलाती है पूर्व में पैसे लेकर कई मामलों में जमानत दे चुकी है. इसी दौरान सरोज की दोस्ती अजय से हो गई जिसके बाद दोनों ने पैसे ऐंठने का काम शुरु कर दिया. फिलहाल पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि गिरोह के कई और भी शिकार हो सकते हैं. जिसके बाद कई मामले भी खुल सकते हैं.

Intro:हनीट्रैप मामले में बस्सी थाना पुलिस ने किया खुलासा

महिला सहित तीन आरोपी गिरफ़्तार

युवक को ब्लैकमेल करके 50 हजार रुपये व एक ऑल्टो कार एठी


प्रार्थी बदनामी के डर से करने वाला था आत्महत्या

महिला आरोपी दौसा में चलती थी NGOBody:

बस्सी ( जयपुर ) राजधानी जयपुर में एक बार जूठे बलात्कार के मामले में फंसाने वाली हनीट्रैप गैंग का खुलासा हुआ हैं। हनीट्रैप मामले में बस्सी थाना पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। परिवादी गिर्राज मीणा ने 11 जनवरी को बस्सी थाने बलात्कार के जूठे मामले में फंसाने व रुपये ऐठने का मामला दर्ज करवाया। परिवादी ने बताया कि 09 जनवरी को उसका परिचित मीठालाल मीणा ने फोन करके उसे राजाधोक टोल प्लाजा से अपनी गाड़ी में बिठा लिया और दिल्ली रोड़ कूकस के पास ले गया। गाड़ी में एक महिला बी बैठी थी। मीठालाल ने परिवादी गिर्राज मीणा व महिला सरोज बैरवा को शराब पिलाई । इसी दौरान वहा एक अन्य कार आई जिसमे चार लोग सवार थे। उन्होंने ने महिला के परिजन बताते हुए गुर्राज को दमखाया व महिला के साथ गलत काम करने का आरोप लगाया। बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाने की बात कही और केश दर्ज कराने की एवज में 05 लाख रुपये की मांग की । परिवादी को आगरा रोड़ पर पुरानी चुंगी के पास गाड़ी से नीचे गिरा दिया व दमखाने लगे । दबाव में आकर गिर्राज ने अपने परिचित से 50 हजार रुपये उदार लेकर दिए व आरोपियों ने एक स्टाम्प पर 350000 लाख रुपये आपसी लेनदेन के लिखवा लिए व 03 लाख रुपये शेष बताकर परिवादी की ऑल्टो कार जबदस्ती गिरवी रख ली। और बकाया राशि 18 जनवरी को लेने की बात कहकर परिवादी गिर्राज को राजाधोक टोल प्लाजा पर छोड़ गए। गिर्राज मीणा बदनामी के डर से आत्महत्या करने की सोचने लगा । जब घटना का पता गिर्राज के दोस्तों को लगा तो उन्होंने ने थाने में मामला दर्ज करवाने की बात कही। जिस पर गिर्राज ने सरोज बैरवा , अजय शर्मा , मीठालाल मीणा व 3 - 4 अन्य लोगो के खिलाफ बलात्कार के जूठे मामले में फंसाने व 05 लाख रुपये ऐठने का बस्सी थाने में मामला दर्ज करवाया । पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए ततपरता दिखाई व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनोज चौधरी के निर्देशन व बस्सी एसीपी के नेतृत्व में बस्सी थानाधिकारी शिवकुमार भारद्वाज एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश में जुट गई । इसी दौरान आरोपी प्राथी से जगह बदल बदलकर रुपये की मांग करते रहे व दबाव बनाते रहे । वही महिला आरोपी सरोज बैरवा का एक गिरोह भी 250000 रुपये अलग से मांग करता रहा । पुलिस ने जाल बिछाकर अलग अलग जगह दबिश देकर सरोज बैरवा , अजय शर्मा व हरिकेश बैरवा को गिरफ़्तार कर लिया व अन्य आरोपियों की तलाश जारी हैं । वही सरोज बैरवा पूर्व में पैसे लेकर जमानत देती थी । और दौसा में एक NGO भी चलाती थी। इसी दौरान सरोज की अजय से दोस्ती हो गई व पैसे ऐठने की योजना बनाई । फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई हैं पुछताज में औऱ मामले खुलने की संभावना जताई जा रही हैं।

बाइट :- शिवकुमार भारद्वाज , बस्सी थानाधिकारीConclusion:
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