जयपुर. इस बार दिवाली ग्रीन दिवाली के रूप में मनाई जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार में इस बार ग्रीन पटाखें आए है, जिसमें पॉल्युशन कम होने के साथ ही शोर भी कम होगा. इन ग्रीन पटाखों की खासियत ये है कि इनमें बेरियम नाइट्रेट का इस्तेमाल बहुत कम किया गया है. इतना ही नहीं ग्रीन पटाखों पर नो बेरियम भी लिखा हुआ है. साथ ही एक क्यूआर कोड दिया गया है जिससे पटाखों की जांच भी की जा सकती है. राजधानी जयपुर में ग्रीन पटाखें शिवकाशी से आए है. बाजारों में ग्रीन पटाखों के साथ ही अन्य पटाखें भी मौजूद है. राजधानी जयपुर के हवा महल पर कुछ व्यापारी है जिनका पटाखे बनाना पुश्तैनी काम है.
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ये है ग्रीन पटाखों की वैरायटी
ग्रीन पटाखों में ड्रोन, लेजर शो, स्पिनर, स्टार विन, कलर स्पिनर, टाइनी टोट्स, फ्लैश क्वीन, येलो शॉवर, सनराइज, पपया नाम के पटाखे आए है. जिनकी कीमत 150 रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक है. वहीं राजधानी जयपुर में बने पटाखों में गोल्डन वॉटर फॉल, मिट्टी के अनार, 20 शॉट्स से लेकर 240 शॉट्स, फुलझड़ी, जमीन चकरी पटाखे है. जिनकी कीमत 10 रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक है. पटाखा व्यापारियों ने बताया कि ग्रीन पटाखे खुशबूदार होने के साथ-साथ पानी पैदा करने वाले होते हैं और साधारण पटाखों से थोड़े महंगे होते है. उन्होंने बताया कि जयपुर के लोग ग्रीन पटाखों को लेकर काफी जागरूक है और ग्रीन पटाखों की ही डिमांड कर रहे हैं. खरीदारों ने बताया कि वह इस बार ग्रीन पटाखे ही खरीद रहे है और उन्होंने लोगों से भी ग्रीन पटाखे खरीदने की अपील की है. उन्होंने कहा कि ग्रीन पटाखों से प्रदूषण भी कम होगा और लोगों का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा.