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पैदल यात्रियों की स्क्रीनिंग करवाकर बसों से स्टेट बॉर्डर तक छोड़ा गया

जयपुर के आगरा रोड पर पैदल जा रहे मजदूरों को राहत देते हुए रोडवेज बसों द्वारा रवाना किया गया है. इसके लिए बस्सी उपखंड प्रशासन द्वारा जगह-जगह प्वाइंट निर्धारित करके मजदूरों को रोका गया और उनके लिए बसों की व्यवस्था की गई.

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पैदल यात्रियों की स्क्रीनिंग
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Published : May 13, 2020, 12:41 PM IST

बस्सी (जयपुर). राजधानी जयपुर के आगरा रोड पर पैदल जा रहे मजदूरों को रोडवेज बसों द्वारा रवाना किया गया. इसके लिए बस्सी उपखंड प्रशासन द्वारा मजदूरों की संख्या बढ़ती देख कानोता चेक पोस्ट सहित जगह-जगह प्वाइंट निर्धारित करके मजदूरों को रोका गया. साथ ही उनके लिए बसों की व्यवस्था की गई है.

मजदूरों को स्टेट बॉर्डर तक छोड़ा गया

बस्सी तहसीलदार प्रेमराज मीणा ने बताया कि कानोता में दो शेल्टर रूम बनाए गए गए है. जिनमें 400 से अधिक प्रवासी मजदूरों को रोका गया है. वहीं कानोता चेक पोस्ट और राजाधोक टोल प्लाजा पर 18 रोडवेज बसों द्वारा मजदूरों को भेजा गया हैं.

पढ़ेंः जयपुर ब्लास्ट: जब तक दोषियों को नहीं होगी फांसी, तब तक हरे रहेंगे जख्म..

इस दौरान भामाशाह और प्रशासन के सहयोग से प्रवासी मजदूरों को भोजन उपलब्ध करवाया गया. उसके बाद रोजवेज बसों द्वारा उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक उन्हें छोड़ा गया. वहीं मौके पर मेडिकल टीम बुलाकर सभी प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग करवाई गई.

प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई स्पेशल ट्रेन

वहीं जयपुर में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई गईं हैं. इसी के तहत मंगलवार को जयपुर से उत्तर प्रदेश बलिया के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई गई. जयपुर स्टेशन से मंगलवार करीब 1440 प्रवासी मजदूरों को ट्रेन में बैठाकर उनके गांव रवाना किया गया. 18 मई तक ट्रेनों के जरिए उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया जाएगा.

बस्सी (जयपुर). राजधानी जयपुर के आगरा रोड पर पैदल जा रहे मजदूरों को रोडवेज बसों द्वारा रवाना किया गया. इसके लिए बस्सी उपखंड प्रशासन द्वारा मजदूरों की संख्या बढ़ती देख कानोता चेक पोस्ट सहित जगह-जगह प्वाइंट निर्धारित करके मजदूरों को रोका गया. साथ ही उनके लिए बसों की व्यवस्था की गई है.

मजदूरों को स्टेट बॉर्डर तक छोड़ा गया

बस्सी तहसीलदार प्रेमराज मीणा ने बताया कि कानोता में दो शेल्टर रूम बनाए गए गए है. जिनमें 400 से अधिक प्रवासी मजदूरों को रोका गया है. वहीं कानोता चेक पोस्ट और राजाधोक टोल प्लाजा पर 18 रोडवेज बसों द्वारा मजदूरों को भेजा गया हैं.

पढ़ेंः जयपुर ब्लास्ट: जब तक दोषियों को नहीं होगी फांसी, तब तक हरे रहेंगे जख्म..

इस दौरान भामाशाह और प्रशासन के सहयोग से प्रवासी मजदूरों को भोजन उपलब्ध करवाया गया. उसके बाद रोजवेज बसों द्वारा उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक उन्हें छोड़ा गया. वहीं मौके पर मेडिकल टीम बुलाकर सभी प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग करवाई गई.

प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई स्पेशल ट्रेन

वहीं जयपुर में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई गईं हैं. इसी के तहत मंगलवार को जयपुर से उत्तर प्रदेश बलिया के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई गई. जयपुर स्टेशन से मंगलवार करीब 1440 प्रवासी मजदूरों को ट्रेन में बैठाकर उनके गांव रवाना किया गया. 18 मई तक ट्रेनों के जरिए उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया जाएगा.

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