जयपुर. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार की महत्वाकांक्षी सोडाला एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट अब अधर में है. सरकार बदलने के बाद इस रोड का काम अब कछुआ चाल से हो रहा है. इससे पहले रोड के काम में बिजली व पानी ने अडंगा लगाया और अब नई सरकार के आने से इसकी गति लगभग थम सी गई है.
यह जयपुर विकास प्राधिकरण की सुस्ती का नतीजा है कि शहर का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सोडाला एलिवेटेड रोड अब तक मूर्त रूप नहीं ले पाया है. दिसंबर 2016 में इस एलिवेटेड रोड का काम शुरू हुआ था, जिसकी डेडलाइन अक्टूबर 2018 थी लेकिन डेडलाइन के 6 महीने बीत जाने के बाद भी इसका काम अधर में ही लटका हुआ है.
35 से 40 फीसदी ही हुआ काम
बता दें कि अंबेडकर सर्किल से सोडाला तक 2.8 किलोमीटर और सोडाला से अंबेडकर सर्किल तक 1.8 किलोमीटर लंबाई वाले इस एलिवेटेड रोड की लागत ढाई सौ करोड़ रुपए है. ये रोड 548 पिल्लर पर खड़ा होगा. पिल्लर का काम लगभग पूरा होने की कगार पर है लेकिन ऊपरी ढांचा बनने में अभी करीब 7 महीने और लग जाएंगे यानी कि तय समय से करीब 14 महीने बाद की एक नई डेडलाइन खुद जेडीए प्रशासन की ओर से जारी की गई है. हालांकि इस दावे के विपरीत काम महज 35 से 40 फ़ीसदी ही हुआ है. ऐसे में अभी शहर वासियों को और इंतजार करना पड़ेगा.
सोडाला एलिवेटेड रोड का काम पहले अंडर ग्राउंड बिजली तारों और पाइपलाइन के कारण अटका था जिसे शिफ्ट करने में कई महीने बीत गए और अब ये एलिवेटेड रोड जिम्मेदारों की लेटलतीफी का शिकार हो रहा है.