जयपुर. वैलेंटाइन डे पर जयपुर वासी शहर के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करते हुए स्वच्छता के लिए दौड़ेंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर केंद्र की टीम कभी भी जयपुर का निरीक्षण कर सकती है. ऐसे में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए ग्रेटर नगर निगम मंगलवार को मैराथन का आयोजन करने जा रहा है. इसके साथ ही महापौर सौम्या गुर्जर ने छात्रों के जरिए परिवारों को जागरूक करने का प्लान तैयार किया है. इसके तहत स्कूल-कॉलेजों में स्वच्छता की शपथ और पाठ्य पुस्तक मंडल को पत्र लिखकर प्राइमरी एजुकेशन में स्वच्छता का पाठ जोड़ने की बात कही है.
शहर में स्वच्छता के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए ग्रेटर नगर निगम की ओर से 14 फरवरी को 'स्वच्छता दौड़ 2023' का आयोजन किया जाएगा. इसमें विभिन्न सामाजिक संगठन भी भाग लेंगे. ये 'स्वच्छता दौड़' सुबह 6 बजे जगतपुरा स्थित महल रोड हाईटेंशन लाइन चौराहे से शुरू होगी. इस सम्बंध में ग्रेटर निगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने बताया कि जयपुरवासियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सहभागिता के लिए स्वच्छता दौड़ का आयोजन किया जा रहा है. जयपुरवासी दौड़ेंगे तो स्वस्थ रहेंगे और यदि स्वस्थ्य रहेंगे तो वे अपने आस-पास के वातावरण और जगह को स्वच्छ बनाएंगे.
यही शहर से प्यार का संदेश : उन्होंने बताया कि स्वच्छता जागरूकता के लिए सभी आयु वर्ग के लोग, महिला-पुरुष, बच्चे-बूढ़े दौडेंगे. दौड़ में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को दौड़ किट, टी-शर्ट, प्रमाण-पत्र, पानी की बोतल और बैग दिया जाएगा. विजेताओं को पुरस्कार भी दिए जाएंगे. महापौर ने कहा कि 14 फरवरी को युवा प्रेम के रूप में मनाते हैं.
ऐसे में युवाओं को अपने शहर से प्यार करने का संदेश देने के लिए और 14 फरवरी को जयपुर को स्वच्छता दिवस के रूप में मनाने की अपील की जाएगी. ताकि गुलाबी नगरी और ज्यादा खिल उठे. उन्होंने बताया कि स्वच्छता दौड़ के साथ में प्रश्नोत्तरी और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. इस दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने को भी प्रमोट किया जाएगा. साथ ही लोगों को प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल करने के बजाय कपड़े के थैले इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
बता दें कि, सर्वेक्षण से पहले ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र को ओपन कचरा डिपो मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. इस क्रम में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ कचरा डिपो हटाने के बाद वहां रंगोली बनाना भी शुरू किया जा रहा है. वहीं अब निगम प्रशासन स्कूलों से जुड़ने का भी प्रयास कर रहा है. इसके अलावा निगम केयरिंग चार्ज वसूलने की कार्रवाई भी कर रहा है.