जयपुर. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को विशेष संपर्क अभियान के तहत विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के भवन में उद्यमियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मोदी के पक्ष में वोट करने की अपील की. त्रिवेदी ने कहा कि 5 वर्ष पहले देश में बदलाव हुआ था. अब इस बदलाव को ऐतिहासिक मोड़ देने की जरूरत है. इसके लिए हमें कोई गलती नहीं करनी है. जब मतदान करने जाएं तो चाणक्य का यह वाक्य ध्यान रखें कि राष्ट्र को सबसे ज्यादा नुकसान दुर्जनों की दुर्जनता से नहीं, सज्जनों के निष्क्रियता के कारण हुआ है.
त्रिवेदी ने कहा कि जब मोदी सरकार के आने से पहले देश में भ्रष्टाचार, आतंकवाद का बोलबाला था. और सरकारी नीतियां बड़ी लचर थी. उन्होंने कहा कि जब जब हमारी सरकार आती है. तब तब विकास की दर महंगाई की दर से ऊपर होती है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने स्टेप बाय स्टेप काम किया है. उन्होंने देश की जनता को जन धन योजना से बैंक खातों से जोड़ा.
इस दौरान न्याय योजना को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसते हुए त्रिवेदी ने कहा कि चार पीढ़ी के राज के बाद अब राहुल गांधी गरीबी मिटाने निकले हैं. जो काम उनके पिताजी, उनकी दादीजी, पिताजी के नानाजी नहीं कर पाए. वो काम अब यह करेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने गरीबी को जिया है. उन्होंने कहा कि मोदी ने प्लेटफार्म पर कई बरस गुजारे हैं. जबकि राहुल गांधी ने कुछ घंटे भी नहीं गुजारे.
भाजपा प्रवक्ता ने जीएसटी को भी मोदी सरकार का अहम फैसला बताया. उन्होंने कहा कि जीएसटी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है. और आने वाले सालों में इसके जबरदस्त परिणाम मिलेंगे. उन्होंने कहा कि जीएसटी से आम लोगों के साथ ही मल्टीनेशनल कंपनी को भी फायदा होगा और उनका निवेश भारत में बढ़ेगा.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अशोक गहलोत द्वारा राष्ट्रपति पर की गई टिप्पणी के बारे में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां जात पात की राजनीति करती आई है. गहलोत के मोदी के मंत्रियों के हारने के बयान पर त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों पर ध्यान देना चाहिए. जिससे कि उनका कल्याण हो सके.
वहीं सीकर में एक दुल्हन के अपहरण के मामले में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जब से राजस्थान में कांग्रेस की सरका बनी है. तब से प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब होती चली जा रही है. प्रदेश की सरकार आपसी झगड़े और अपने हित साधने में व्यस्त है.