जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने सरकारी स्कूलों में संविधान का पाठ पढ़ाने का फैसला लिया है. संविधान की पढ़ाई शनिवार यानी नो बैग डे के दिन कराई जाएगी. जिसमें छात्रों को संविधान की प्रस्तावना और अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्य भी बताए जाएंगे. स्कूलों में इसकी शुरुआत आगामी 15 जुलाई से होने जा रही है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूलों को सूचना भेज दी है.
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को संविधान के महत्व पता हो, इसके लिए राज्य सरकार ने नो बैग डे के दिन स्कूलों में संविधान की पढ़ाई कराने का फैसला लिया है. इस संबंध में शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने बताया कि संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्य को एक शिक्षक पढ़ेगा और छात्र उसे रिपीट करेंगे. ताकि छात्र अच्छे नागरिक बन सकें. संविधान के प्रति समर्पित रहे और अनेकता में एकता का दिग्दर्शन करें. उन्होंने कहा कि लोग नहीं जानते है कि देश का संविधान क्या कहता है, कर्तव्य क्या है, कई बार लोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा देते हैं. सार्वजनिक संपत्ति के उपयोग में लोग बाधा पहुंचाते हैं. इसे देखते हुए महसूस किया गया कि बच्चों को शुरू से ही संविधान के प्रति समर्पित और नागरिकों के कर्तव्य के प्रति जानकारी हो.
वहीं शिक्षाविद डॉ मीनाक्षी मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से बीते सत्र में जो नो बैग डे की शुरुआत की गई. ये एक अच्छी शुरुआत है. जब छात्रों के साथ बैग नहीं होता है, तो वो खुशी के साथ स्कूल जाते हैं. स्कूली शिक्षा होनी भी ऐसी होनी चाहिए कि छात्र हर दिन खुशी- खुशी स्कूल जाए. नो बैग डे के दिन जो को-करिकुलम एक्टिविटीज करवाई जाती है उससे छात्रों में पॉजिटिव एनवायरमेंट डिवेलप होता है। उन्होंने बताया कि नो बैग डे उसमें भी अब राज्य सरकार ने संविधान का पाठ पढ़ाने का जो फैसला लिया है उसे यदि रोचक तरीके से बताया जाएगा, तो छात्रों को याद भी रहेगा। कई बार बड़े-बड़े छात्रों को भी जब इस विषय पर बोलने के लिए कहा जाता है, तो वो हिचकते हैं। छात्रों को वही याद रहता है जो वो एग्जाम के लिए प्रिपेयर करते हैं। लेकिन जब एक शनिवार को रोचक तरीके से संविधान के कर्तव्य और अधिकारों को छात्रों के बीच रखा जाएगा तो छात्र उसे याद भी रखेंगे। भारत का एक अच्छा नागरिक बनाने के लिए छात्र को अधिकारों से पहले कर्तव्य ही पढ़ाने होंगे.