जयपुर. प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रो का आंदोलन आज गुरुवार को भी जारी रहा. विश्वविद्यालय परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे सात और छात्रों की आज तबीयत बिगड़ गई. पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना चाहा, लेकिन उन्होंने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया. फिलहाल, सात स्टूडेंट्स की भूख हड़ताल जारी है और उनके समर्थन में अन्य विद्यार्थी भी विश्वविद्यालय परिसर में धरने पर बैठे हैं. अब धरने पर बैठे विद्यार्थियों का कहना है कि भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों की पांच दिन में एक बार भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुध नहीं ली है. अब उन्होंने कुलपति को धरनास्थल पर वार्ता के लिए बुलाने की मांग की है.
दरअसल, छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर हरफूल चौधरी, शुभम रेवाड़, महेश चौधरी, धर्मेंद्र शर्मा, मोहित यादव, हरकेश और नीरज खींचड़ 13 अगस्त से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इनकी तबीयत में आज लगातार गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, हरफूल चौधरी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी है. इसकी जानकारी मिलने पर गांधीनगर थानाधिकारी कैलाश विश्नोई धरनास्थल पर पहुंचे और हरफूल व अन्य स्टूडेंट्स को उपचार के लिए अस्पताल भेजने की बात कही, लेकिन भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद एम्बुलेंस को वापस भेज दिया गया.
पढ़ें छात्रसंघ चुनावों पर लगी रोक, राज्य सरकार के आदेश के बाद छात्र नेताओं में आक्रोश
विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं ली सुध, अब यह मांग : छात्र संघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर धरने और भूख हड़ताल पर बैठे स्टूडेंट्स ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर सुध नहीं लेने का आरोप लगाया है. अब इन स्टूडेंट्स का कहना है कि भूख हड़ताल पर बैठे विद्याथियों के हाल जानने और उनकी मांग सरकार तक पहुंचाने के लिए कुलपति को धरनास्थल पर बुलाया जाए.
धरनास्थल पर ही लगवाई ड्रिप: हालांकि, डॉक्टर ने भूख हड़ताल पर बैठे सभी सात स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती करवाने की सलाह दी है. लेकिन स्टूडेंट्स ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया है. इसके बाद सभी सातों स्टूडेंट्स को धरनास्थल पर ही ड्रिप लगाई गई है.