जयपुर. दीपोत्सव के अगले दिन गोवर्धन पूजा की पंरपरा है, लेकिन मंगलवार को खंडग्रास सूर्य ग्रहण (Khandagras Solar Eclipse) के कारण गोवर्धन पूजा नहीं हो सकी. अबकी करीब 150 साल बाद यह परंपरा टूटी है. ऐसे में अब मंगलवार की जगह बुधवार को गोवर्धन पूजा होगी. भारत में सूर्य ग्रहण सबसे अधिक पौने दो घंटे ही नजर आएगा. वहीं, राजस्थान के जैसलमेर में सबसे अधिक एक घंटा, 17 मिनट, 8 सेकंड तक सूर्य ग्रहण रहेगा.
जयपुर में सूर्य 51.77 फीसदी ग्रासमान होगा, जिसके कारण उसका आधा हिस्सा राहु की छाया से ग्रसित होगा. यहां सूर्य ग्रहण की शुरुआत शाम 4.32 बजे होगी. इससे पहले तड़के 4.15 बजे से ही सूतक लग गया. बताया गया कि जयपुर में शाम 4.32 बजे सूर्यग्रहण शुरू होगा और शाम 5.50 बजे सूर्यास्त होगा. यानी 51.77 फीसदी सूर्यग्रहण होने से शाम 5.33 बजे आधा बिंब ही दिखेगा. वहीं, मंगलवार को 42 मिनट पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा. ऐसे में शाम 6.32 बजे ग्रहण समाप्त होगा. हालांकि, इस बीच जयपुर के लोग ग्रहण का मेाक्ष नहीं देख पाएंगे, क्योंकि ग्रहण समाप्ति से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा.
इसे भी पढ़ें - जानिए आज राशिफल के अनुसार आपका लकी नंबर, दिशा और रंग
इधर, 150 सालों के बाद दीपावाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं हो सकी. आखिरी बार 1995 में गोवर्धन पूजा पर सूर्य ग्रहण लगा था, लेकिन तब दिन में ही ग्रहण लगा था. ऐसे में शाम को गार्वधन पूजा हो गई थी. लेकिन अबकी सूर्यास्त होने के कारण गार्वधन पूजा नहीं होगी.
यानी अब अन्नकूट 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. कार्तिक मास में खासकर मंगलवार को ग्रहण लगने से अग्निकांड, भय की घटनाओं की संभावना प्रबल होती है. वहीं, सूर्य ग्रहण स्वाति नक्षत्र और तुला राशि पर हो रहा है. ऐसे में यह ग्रहण तुला राशि के साथ कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले जातकों के लिए शुभ नहीं है.