जयपुर. विश्व एड्स दिवस के मौके पर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल को अत्याधुनिक मशीन की (Gift to SMS Hospital on World AIDS Day) सौगात दी गई है. इसके जरिए एचआईवी (HIV) समेत 180 जांचें कुछ ही मिनटों में हो सकेगी. इसके अलावा SMS अस्पताल की ब्लड स्टोरेज क्षमता को भी बढ़ा दिया गया है जिसके बाद किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में लोगों की जान बचाना आसान हो सकेगा.
सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि ब्लड बैंक में रक्तदाता की ओर से दिए जाने वाले रक्त में संभावित संक्रमण की जांच अब आसान हो सकेगी. दरअसल अस्पताल में केमिलुमन्स मशीन से जांच (SMS Hospital gets chemilumins machine) शुरू की गई है. इस मशीन का सबसे अधिक फायदा उन मरीजों को मिलेगा जिन्हें रक्त की आवश्यकता होती है. डॉ शर्मा का कहना है कि अस्पताल में बड़ी संख्या में रक्तदाता रक्तदान करने पहुंचते हैं, ऐसे में उनके रक्त में किसी तरह का कोई संक्रमण तो नहीं है इसकी जांच के लिए यह मशीन काफी फायदेमंद है. रक्त में मौजूद एचआईवी, हेपेटाइटिस, मलेरिया आदि वायरस की पहचान यह मशीन महज 1 घंटे में कर लेगी और काफी कम समय में मरीज को रक्त उपलब्ध हो सकेगा.
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डॉ. शर्मा मौजूदा समय में घर में मौजूद किसी भी तरह के संक्रमण की जांच के लिए फिलहाल 4 से 5 घंटे का समय लगता था लेकिन अब इस मशीन के जरिए यह समय कम हो सकेगा. इसके अलावा कई बार आमतौर पर मरीजों को प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ती है तो इस मशीन के जरिए 1 घंटे में मरीज को प्लेटलेट्स उपलब्ध कराई जा सकेगी जिससे मरीजों की जान बच सकेगी.
3 गुना बढ़ी ब्लड संग्रहण क्षमता
उसके अलावा अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधा युक्त ब्लड स्टोरेज कोल्ड सेंटर की भी शुरुआत की गई है जिसके बाद SMS अस्पताल में ब्लड स्टोरेज की क्षमता 3 गुना तक बढ़ जाएगी. फिलहाल अस्पताल में 10 हजार यूनिट ब्लड स्टोरेज की क्षमता है लेकिन अब 25 लाख रुपए की लागत से ब्लड स्टोरेज सेंटर का शुभारंभ भी किया गया है जिसके बाद अस्पताल में अब 30,000 यूनिट ब्लड स्टोर हो सकेगा, इस कोल्ड स्टोरेज यूनिट की खास बात यह है कि 2 डिग्री से लेकर -20 डिग्री तक ब्लड को सुरक्षित रखा जा सकेगा. 42 दिन तक इसमें ब्लड सुरक्षित रहेगा.
आपातकालीन परिस्थिति में होगा फायदा
डॉ. अमित शर्मा का कहना है कि जब जयपुर में बम ब्लास्ट हुए थे तो बड़ी संख्या में घायल मरीज अस्पताल पहुंचे थे. उस समय ब्लड स्टोरेज क्षमता कम होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था लेकिन अब एसएमएस अस्पताल किसी भी डिजास्टर को लेकर तैयार है और यदि कभी एक बार में बड़ी संख्या में लोगों को ब्लड की आवश्यकता होगी तो तुरंत उन्हें रक्त उपलब्ध हो सकेगा.