जयपुर. रामप्रसाद मीणा आत्महत्या मामले में गुरुवार देर शाम को शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई. सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों की टीम पोस्टमार्टम करने के लिए धरना स्थल पर पहुंची. चिकित्सकों ने मौके पर ही पोस्टमार्टम करके शव पुलिस और परिजनों को सौंप दिया. चिकित्सकों ने शव को दूसरे डी फ्रिज में रखने की सलाह दी है. इसके साथ ही प्रशासन और मृतक के परिजनों के बीच वार्ता हुई, जिसमे कुछ मांगों पर सहमति बनी है. हालांकि परिजन अपनी मांगों को लेकर अभी भी धरने पर बैठे हुए हैं.
धरनास्थल पर पोस्टमार्टम : डॉक्टर नंदलाल डिसानिया ने बताया कि पोस्टमार्टम करने के बाद शव पुलिस को हैंड ओवर कर दिया गया है. पुलिस की ओर से पंचनामा देने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की गई थी. करीब 1 से डेढ़ घंटे में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई. इससे संबंधित जानकारी अस्पताल अधीक्षक को दे दी गई है. पोस्टमार्टम के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि जानकारी अधिकारियों को दे दिए गए हैं. पुलिस की निगरानी में पोस्टमार्टम किया गया है.
इन मांगों पर बनी सहमति : एडीएम अब्बू बक्र ने बताया कि परिजनों की डिमांड पर जिला प्रशासन की ओर से वार्ता की गई. इसमें परिजनों की संविदा पर नियुक्ति, अवैध निर्माण को हटाने, डेयरी बूथ के आवंटन की मांगों को मान लिया गया है. परिजनों ने मौके पर ही पोस्टमार्टम करने की भी मांग की थी, जिसे मान लिया गया. डॉक्टर्स की टीम गठित करके जिला कलेक्टर के निर्देशन में मौके पर ही पोस्टमार्टम किया गया. जिला कलेक्टर की तरफ से नियमानुसार मुआवजा मंजूर किया गया है. अब परिजनों से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जल्द करने की समझाइश की जा रही है.
ये था मामला : रामप्रसाद मीणा ने प्रॉपर्टी विवाद को लेकर 17 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था. मरने से पहले उसने वीडियो बनाकर कई लोगों पर प्रतारित करने का आरोप लगाया था. इसके बाद से ही परिजन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. इनमें से कुछ मांगों पर आज सहमति बन गई है. शेष मांगों को लेकर जिला प्रशासन और परिजनों के बीच समझाइश का दौर चल रहा है, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.