जयपुर. गुरुवार को जोधपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरा. शेखावत ने एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए विधायकों के पैसे के लेनदेन वाले मामले पर कहा कि मुख्यमंत्री को या तो पैसे लेने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने कहा कि कल प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री का प्रतिक्रिया देना दुर्भाग्यपूर्ण था.
पैसों के लेन-देन से जुड़े इस मामले को आरक्षण का हिस्सा बताते हुए शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धाराएं 8, 9 और 12 पढ़नी चाहिएं. ये धाराएं कहती हैं कि जिसने पैसा लिया, वह प्रथमदृष्टया दोषी है. गजेंद्र सिंह शेखावत ने मांग की है कि बतौर गृहमंत्री मुख्यमंत्री गहलोत को तत्काल इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए. शेखावत ने कहा कि कानून जानने के बावजूद अगर मुख्यमंत्री इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रहे तो वह स्वयं दोषी हैं. उन्होंने सीएम गहलोत से मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि अगर उन्हें पैसों के लेनदेन की जानकारी है, तो वह कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हैं. यदि उनकी बात में आधार नहीं है, तो फिर जनता से माफी मांगी जानी चाहिए.
शेखावत ने नाथद्वारा में प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री के बयान को भी दुर्भाग्यपूण बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जो बातें कहीं, वे व्यापक दृष्टिकोण में कही गई थीं. उस बात को लेकर सीएम ने जो ट्वीट किया, वह गलत है. इस ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी को सरकारी कार्यक्रम में सियासी बयान नहीं देना चाहिए. शेखावत ने महंगाई राहत कैंप में मुख्यमंत्री की ओर से दिए जाने वाले भाषणों को भी सियासी रंग का हिस्सा बताया.
मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गईः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री के सचिन पायलट के खिलाफ कहे गए शब्दों पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि तथाकथित शानदार पांच साल के शासन के बाद जो पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई थी. उस पार्टी के कार्यकर्ताओं में जिस व्यक्ति ने पूरे प्रदेश में सड़कों पर घूमकर उत्साह का संचार किया. उस व्यक्ति के लिए मुख्यमंत्री के विचार सुनकर के मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गईं. जब उनके अपने पार्टी के नेता के बारे में ही ऐसे विचार हैं तो मेरे और अमित शाह जी के प्रति क्या भाव होंगे? यह अंदाजा लगाया जा सकता है, क्योंकि हमने उनके पुत्र को उनके ही शहर में हरा दिया. कांग्रेस पार्टी को पूरे देश में सिमेट कर रख दिया.
भ्रष्टाचार में डूबी है सरकारः शेखावत ने कहा कि जनाक्रोश यात्राओं के दौरान जनता से मिलकर यह निष्कर्ष निकला है कि राजस्थान की वर्तमान सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है. स्थानीय विधायकों से लेकर के राज्य सरकार स्तर पर बैठे लोगों के कारनामे अलग-अलग दिन में अलग-अलग प्रकार से दिखाई देते हैं. ऐसी सरकार पर जब हम भ्रष्टाचार का आरोप लगाएं तो कहा जा सकता है कि ये राजनीति से प्रेरित हैं, लेकिन उन्हीं की सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री अपनी गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए पदयात्रा करने को मजबूर हो जाते हैं, तो सारी बातें स्वतः ही स्पष्ट हो जाती है.
केंद्रीय मंत्री ने सूर्य नगरी जोधपुर के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि हम सब को भी यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारे यहां शांति और भाईचारे की संस्कृति है, वह बनी रहे. इस संस्कृति पर दाग लगाने के प्रयास पिछले दिनों हुए थे. इन दागों को धोकर वापस अपनी संस्कृति के सभी रंगों को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए. इसके साथ-साथ जोधपुर शहर के समग्र विकास को लेकर भी विचार करना चाहिए.