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Sharadiya Navratri 2023 : शिला माता मंदिर में 15 अक्टूबर को सुबह होगी घटस्थापना, 24 तक बंद रहेगा रात्रिकालीन पर्यटन और हाथी सवारी

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 13, 2023, 5:20 PM IST

Updated : Oct 13, 2023, 5:47 PM IST

शारदीय नवरात्र के दौरान जयपुर के प्राचीन आमेर शिला माता मंदिर में मेला भरेगा. 15 अक्टूबर को सुबह 11:55 बजे घट स्थापना की जाएगी. इस दौरान पर्यटकों का प्रवेश सुबह 8 से शाम 5:30 तक ही रहेगा.

Shila Mata Fair during Navratri in Amer
शिला माता मंदिर में नवरात्रि मेले का होगा आयोजन

जयपुर. हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का खास महत्व है. शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होने वाली है. 15 अक्टूबर को ही मां शक्ति की आराधना के लिए घट स्थापना की जाएगी. पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-आराधना की जाती है. शारदीय नवरात्रि में प्राचीन आमेर शिला माता मंदिर में मेला भरेगा. शिला माता मंदिर में सुबह 11:55 बजे घट स्थापना की जाएगी. नवरात्रि को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारियां की गई हैं. नवरात्रि मेले के दौरान 14 से 24 अक्टूबर तक आमेर महल में हाथी सवारी और रात्रिकालीन पर्यटन बंद रहेगा.

हर दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी : शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ और हवन किया जाएगा. माता रानी का विशेष श्रृंगार कर झांकी सजाई जाएगी. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है. मंदिर में इस दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा-अर्चना की जाएगी. पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा होगी. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे को चंद्रघंटा, चौथे को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें को कालरात्रि माता, आठवें को महागौरी माता और नवें व आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी.

दोपहर 12:30 बजे से शाम 4 बजे दर्शन रहेंगे बंद : पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि शिला माता मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. नवरात्रि के पहले दिन करीब 12:55 बजे से भक्तों के लिए दर्शन शुरू होंगे. शेष दिनों में दोपहर 12:30 बजे से शाम 4 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे. 16 अक्टूबर दूसरे नवरात्र से 23 अक्टूबर यानी आखिरी नवरात्र तक रोजाना सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्तों को दर्शन होंगे. निशा पूजन 21 अक्टूबर को रात्रि 10 बजे होगा. 20 अक्टूबर को छठ का मेला भरेगा. 22 अक्टूबर के दिन अष्टमी के मौके पर शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 24 अक्टूबर को दशमी के दिन नवरात्र उत्थापना सुबह 10:30 बजे किया जाएगा. नवरात्र में रोजाना बाल भोग सुबह 8 बजे से 8:15 बजे तक और प्रातः आरती 11 बजे होगी. संध्या आरती शाम 6:15 बजे होगी. रात्रि भोग रात 7:45 बजे से 8 बजे तक होगा और शयन आरती रात्रि 8:30 बजे होगी.

पढ़ें : Navratri 2023: नवरात्रि की तैयारियां शुरू, माता की इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाने का काम शुरू, ये है इनमें खास बात

पर्यटकों का प्रवेश सुबह 8 से शाम 5:30 तक : आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आने वाले भक्तों और पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. आमेर महल में नवरात्र के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए जाएंगे. सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी. नवरात्र के दौरान सुबह 8 से शाम 5:30 तक की महल में पर्यटकों का प्रवेश रहेगा. 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक रात्रि कालीन पर्यटन और हाथी सवारी बंद रहेगी.

जयपुर. हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का खास महत्व है. शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होने वाली है. 15 अक्टूबर को ही मां शक्ति की आराधना के लिए घट स्थापना की जाएगी. पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-आराधना की जाती है. शारदीय नवरात्रि में प्राचीन आमेर शिला माता मंदिर में मेला भरेगा. शिला माता मंदिर में सुबह 11:55 बजे घट स्थापना की जाएगी. नवरात्रि को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारियां की गई हैं. नवरात्रि मेले के दौरान 14 से 24 अक्टूबर तक आमेर महल में हाथी सवारी और रात्रिकालीन पर्यटन बंद रहेगा.

हर दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी : शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ और हवन किया जाएगा. माता रानी का विशेष श्रृंगार कर झांकी सजाई जाएगी. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है. मंदिर में इस दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा-अर्चना की जाएगी. पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा होगी. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे को चंद्रघंटा, चौथे को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें को कालरात्रि माता, आठवें को महागौरी माता और नवें व आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी.

दोपहर 12:30 बजे से शाम 4 बजे दर्शन रहेंगे बंद : पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि शिला माता मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. नवरात्रि के पहले दिन करीब 12:55 बजे से भक्तों के लिए दर्शन शुरू होंगे. शेष दिनों में दोपहर 12:30 बजे से शाम 4 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे. 16 अक्टूबर दूसरे नवरात्र से 23 अक्टूबर यानी आखिरी नवरात्र तक रोजाना सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्तों को दर्शन होंगे. निशा पूजन 21 अक्टूबर को रात्रि 10 बजे होगा. 20 अक्टूबर को छठ का मेला भरेगा. 22 अक्टूबर के दिन अष्टमी के मौके पर शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 24 अक्टूबर को दशमी के दिन नवरात्र उत्थापना सुबह 10:30 बजे किया जाएगा. नवरात्र में रोजाना बाल भोग सुबह 8 बजे से 8:15 बजे तक और प्रातः आरती 11 बजे होगी. संध्या आरती शाम 6:15 बजे होगी. रात्रि भोग रात 7:45 बजे से 8 बजे तक होगा और शयन आरती रात्रि 8:30 बजे होगी.

पढ़ें : Navratri 2023: नवरात्रि की तैयारियां शुरू, माता की इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाने का काम शुरू, ये है इनमें खास बात

पर्यटकों का प्रवेश सुबह 8 से शाम 5:30 तक : आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आने वाले भक्तों और पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. आमेर महल में नवरात्र के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए जाएंगे. सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी. नवरात्र के दौरान सुबह 8 से शाम 5:30 तक की महल में पर्यटकों का प्रवेश रहेगा. 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक रात्रि कालीन पर्यटन और हाथी सवारी बंद रहेगी.

Last Updated : Oct 13, 2023, 5:47 PM IST
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