जयपुर. प्रदेश के 49 नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम में भाजपा को भले ही कांग्रेस से कम वार्डों में जीत मिली हो लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया अब भी सत्तारूढ़ कांग्रेस की प्रोफाइल इन चुनाव में अपेक्षाकृत पूअर ही बता रहे हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान का इतिहास रहा है कि सत्तारूढ़ दल को निकाय चुनाव में बढ़त मिलती ही है.
लेकिन पिछले दो चुनाव की तुलना में इस बार सत्तारूढ़ कांग्रेस को जो बढ़त मिली है वह बेहद छोटी है. पूनिया के अनुसार यह आंकड़े बताते हैं की जनता प्रदेश की कांग्रेस सरकार के कामकाज से खुश नहीं है. अब अगर प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेता इस परिणाम पर ही खुशी जता रहे हैं तो यह उनकी सोच हो सकती हैं.
2100 में से करीब 800 वार्डों में जीत कोई जीत नहीं होती-
ईटीवी भारत से खास बातचीत में सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश के 21 वार्डों में से करीब 800 में ही कांग्रेस जीती है. जबकि, 400 में निर्दलीयों का बोलबाला रहा है. वहीं, करीब 700 वार्डों में बीजेपी ने जीत या बढ़त बनाई है ऐसे में 800 वार्डों में जीत के बाद कांग्रेसी खुशी मनाए तो मनाते रहे.
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सोनिया गांधी के दरबार में खुद को साबित करने की कोशिश में जुटेंगे गहलोत- सतीश पूनिया
वार्ड पार्षदों के चुनाव परिणाम तो सामने आ गए भाजपा को डर है कि निकाय प्रमुख और बोर्ड बनाने के लिए भी सत्तारूढ़ कांग्रेस जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू करेगी. सतीश पूनिया के अनुसार सोनिया गांधी के दरबार में यह साबित करने के लिए भरपूर कोशिश की जाएगी कि यह चुनाव परिणाम सरकार के कामकाज पर जनता की मोहर है और इसके लिए मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी निकाय प्रमुख के चुनाव में जोड़-तोड़ की पूरी कोशिश करेगी. जिससे ज्यादा से ज्यादा निकायों में धनबल और सत्ता के बल पर अपना प्रमुख बना सके. लेकिन भाजपा को अपने प्रत्याशियों कार्यकर्ताओं पर पूरा भरोसा है कि वो किसी के बहकावे में नहीं आएंगे.