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संसद से पारित कानून के संशोधन को सड़क पर उतर कर चुनौती दे रहे हैं मुख्यमंत्री: सतीश पूनिया - Satish Poonia in support of CAA

CAA के विरोध में जयपुर में रविवार होने वाले पैदल मार्च और उसमें मुख्यमंत्री गहलोत के शिरकत करने पर सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी पार्टी लोगों को बरगला कर देशभर में माहौल बिगाड़ना चाहती है. साथ ही पूनिया ने मुख्यमंत्री पर संवैधानिक मर्यादाओं के उल्लंघन का आरोप भी लगाया.

सतीश पूनिया का बयान, Statement of satish punia
सतीश पूनिया
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Published : Dec 21, 2019, 11:35 PM IST

जयपुर. हरियाणा से जयपुर लौटे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला है. पूनिया ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन एक्ट पर केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां लोगों को बरगला कर देशभर में माहौल बिगाड़ना चाहती है.

साथ ही पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत पर संवैधानिक मर्यादाओं का बार-बार उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया. पूनिया ने कहा की संविधान की शपथ लेकर सरकार चला रहे मुख्यमंत्री, भारत की संसद की ओर से पारित कानून के संशोधन को सड़क पर उतर कर चुनौती दे रहे है.

जयपुर में CAA के समर्थन में होने वाले शांति मार्च पर बोले सतीश पूनिया

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने इसे डा. अंबेडकर के बनाए भारत के संविधान का अपमान बताया. पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बार-बार कह चुके है की ये कानून नागरिकता देने का है, किसी की भी नागरिकता लेने का नहीं. 2003 में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से डा.मनमोहन सिंह ने भी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता देने की मांग की थी.

पढ़ें- CAA पर धारीवाल का गीत के जरिए तंज, गुनगुनाया- चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाए और जो सावन आग लगाए तो उसे कौन बुझाए

सतीश पूनिया ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूपीए सरकार के समय गृहमंत्री पी. चितंबरम को राजस्थान में रह रहे हिंदू-सिख शरणार्थियों को नागरिकता देने का पत्र लिख चुके हैं. लेकिन अब वोट बैंक, तुष्टिकरण और गांधी परिवार को खुश करने के लिए इस कानून का विरोध कर रहे हैं.

पूनिया ने कहा कि CAA धर्म के आधार पर देश के दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारे से उपजी गंभीर समस्या का निस्तारण करेगा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में लाखों की संख्या में अल्पसंख्यकों की हत्या हुई, जबरन धर्मान्तरण किया गया और बहन-बेटियों की अस्मत लूटी गई. पूनिया ने आंकड़ों पर जोर देते हुए बताया कि इस्लामिक देश पाकिस्तान में विभाजन के समय हिंदुओं और बाकी अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी, जो अब सिर्फ 3 फीसदी रह गई है.

पढ़ें- CAA और NRC को लेकर सीएम का बड़ा बयान, कहा- सभी शांति ढ़ंग से विरोध करें, हिंसक तरीका ना अपनाएं

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सताए हुए लोगों को नागरिकता देकर इस देश की मूल परम्परा का पालन कर रही है. लेकिन कांग्रेस के नेता कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर तुले हुए हैं. पूनिया ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री के प्रस्तावित मार्च को भी नौटंकी करार दिया.

जोधपुर में वर्ग विशेष के उपद्रव मचाने की घटना का जिक्र करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पर है. लेकिन वे खुद ही लोगों को भड़का रहे है. उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश के लोगों को कानून व्यवस्था के सुचारू बने रहने को लेकर आश्वस्त करने की मांग की है.

जयपुर. हरियाणा से जयपुर लौटे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला है. पूनिया ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन एक्ट पर केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां लोगों को बरगला कर देशभर में माहौल बिगाड़ना चाहती है.

साथ ही पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत पर संवैधानिक मर्यादाओं का बार-बार उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया. पूनिया ने कहा की संविधान की शपथ लेकर सरकार चला रहे मुख्यमंत्री, भारत की संसद की ओर से पारित कानून के संशोधन को सड़क पर उतर कर चुनौती दे रहे है.

जयपुर में CAA के समर्थन में होने वाले शांति मार्च पर बोले सतीश पूनिया

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने इसे डा. अंबेडकर के बनाए भारत के संविधान का अपमान बताया. पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बार-बार कह चुके है की ये कानून नागरिकता देने का है, किसी की भी नागरिकता लेने का नहीं. 2003 में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से डा.मनमोहन सिंह ने भी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता देने की मांग की थी.

पढ़ें- CAA पर धारीवाल का गीत के जरिए तंज, गुनगुनाया- चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाए और जो सावन आग लगाए तो उसे कौन बुझाए

सतीश पूनिया ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूपीए सरकार के समय गृहमंत्री पी. चितंबरम को राजस्थान में रह रहे हिंदू-सिख शरणार्थियों को नागरिकता देने का पत्र लिख चुके हैं. लेकिन अब वोट बैंक, तुष्टिकरण और गांधी परिवार को खुश करने के लिए इस कानून का विरोध कर रहे हैं.

पूनिया ने कहा कि CAA धर्म के आधार पर देश के दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारे से उपजी गंभीर समस्या का निस्तारण करेगा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में लाखों की संख्या में अल्पसंख्यकों की हत्या हुई, जबरन धर्मान्तरण किया गया और बहन-बेटियों की अस्मत लूटी गई. पूनिया ने आंकड़ों पर जोर देते हुए बताया कि इस्लामिक देश पाकिस्तान में विभाजन के समय हिंदुओं और बाकी अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी, जो अब सिर्फ 3 फीसदी रह गई है.

पढ़ें- CAA और NRC को लेकर सीएम का बड़ा बयान, कहा- सभी शांति ढ़ंग से विरोध करें, हिंसक तरीका ना अपनाएं

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सताए हुए लोगों को नागरिकता देकर इस देश की मूल परम्परा का पालन कर रही है. लेकिन कांग्रेस के नेता कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर तुले हुए हैं. पूनिया ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री के प्रस्तावित मार्च को भी नौटंकी करार दिया.

जोधपुर में वर्ग विशेष के उपद्रव मचाने की घटना का जिक्र करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पर है. लेकिन वे खुद ही लोगों को भड़का रहे है. उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश के लोगों को कानून व्यवस्था के सुचारू बने रहने को लेकर आश्वस्त करने की मांग की है.

Intro:बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला है। पूनिया ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन एक्ट पर केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां मुसलमानों को बरगला कर देश भर में माहौल बिगाड़ना चाहती हैं। Body:सतीश पूनिया आज हरियाणा से जयपुर लौटते समय कोटपूतली में पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे। पूनिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री आशिक गहलोत पर भी संवैधानिक मर्यादाओं का बार -बार उल्लंघन करने का आरोप लगाया।

डा. पूनियाँ ने कहा की सविंधान की शपथ लेकर सरकार चला रहे मुख्यमंत्री ,भारत की संसद द्वारा पारित क़ानून के संशोधन को सड़क पर उतर कर चुनौती दे रहे है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने इसे डा. अंबेडकर के बनाए भारत के संविधान का अपमान बताया। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बार-बार कह चुके है की ये क़ानून नागरिकता देने का है किसी की भी नागरिकता लेने का नहीं। 2003 मे राज्यसभा मे नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से डा.मनमोहन सिंह ने भी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान से आये अल्पसंख्यक शरणर्थियो को नागरिकता देने की मांग की थी। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूपीए सरकार के समय गृहमंत्री पी चितंबरम को राजस्थान मे रह रहे हिंदू -सिख शरणार्थियों को नागरिकता देने का पत्र लिख चुके हैं। लेकिन अब वोट बैक, तुष्टिकरण और गाँधी परिवार को खुश करने के लिए सीएए का विरोध कर रहे है ।
डा.पूनियाँ ने कहा कि CAA धर्म के आधार पर देश के दुर्भाग्यपूर्ण बँटवारे से उपजी गंभीर समस्या का निस्तारण करेगा। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में लाखों की संख्या मे अल्पसंख्यको की हत्या हुई , जबरन धर्मान्तरण किया गया और बहन-बेटियों की अस्मत लूटी गई। पूनिया ने आंकड़ों पर जोर देते हुए बताया कि इस्लामिक देश पाकिस्तान में विभाजन के समय हिंदुओं और बाक़ी अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी जो अब सिर्फ 3 फीसदी रह गई है। आज जब मोदी सरकार सताए हुए लोगों को नागरिकता देकर इस देश की मूल परम्परा का पालन कर रही है तो कांग्रेस के नेता कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर तुले हुए हैं।
Conclusion:डा. पूनियाँ ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री के प्रस्तावित मार्च को भी नौटंकी करार दिया। जोधपुर में वर्ग विशेष के उपद्रव मचाने की घटना का जिक्र करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि क़ानून व्यवस्था बनायें रखने की ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री पर है लेकिन वे खुद ही लोगों को भड़का रहे है। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश के लोगों को कानून व्यवस्था के सुचारू बने रहने को लेकर आश्वस्त करने की मांग की है।

Byte-- सतीश पूनिया, प्रदेशाध्यक्ष, बीजेपी
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