जयपुर. कांग्रेस पार्टी में टिकट को लेकर एक ओर स्क्रीनिंग कमेटी मंथन कर रही है, तो दूसरी ओर राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक सीधा विधानसभा में जाकर यह मंथन कर रहे हैं कि टिकट के लिए सर्वाधिक उपयुक्त प्रत्याशी कौन है. लेकिन इस मंथन के बीच कांग्रेस पार्टी में विधानसभा से टिकट मांग रहे प्रत्याशी भी एक दूसरे से उलझते नजर आ रहे हैं, जो कहीं हंगामे और कहीं मारपीट में बदल रही है.
जयपुर में आदर्श नगर विधानसभा में हुए हंगामे और मारपीट के बाद अब वैसा ही नजार झोटवाड़ा विधानसभा में भी सामने आया है. यहां से वर्तमान विधायक मंत्री लालचंद कटारिया हैं, तो इसी झोटवाड़ा विधानसभा से पायलट कैंप के राजेश चौधरी भी टिकट मांग रहे हैं.
पढ़ें : कांग्रेस मीटिंग के दौरान जमकर हंगामा, वेद सोलंकी के खिलाफ नारेबाजी
दरअसल, हुआ यह कि जयपुर ग्रामीण के कांग्रेस अध्यक्ष विधायक गोपाल मीणा ने झोटवाड़ा विधानसभा की बैठक बुलाई, जिसमें जयपुर ग्रामीण लोकसभा के पर्यवेक्षक राव दान सिंह भी मौजूद रहे. इस बैठक में झोटवाड़ा विधानसभा के ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र कैथवाल ने विधानसभा से टिकट मांग रहे अन्य प्रत्याशियों को भी बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया. इस बैठक में शामिल होने के लिए पायलट समर्थक प्रदेश कांग्रेस महासचिव राजेश चौधरी भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस ने अंदर जाने से यह कहते हुए रोक दिया कि कोई भी समर्थक बैनर-पोस्टर लेकर अंदर नहीं जाएगा.
इस पर राजेश चौधरी पहले तो पुलिस कर्मियों से भिड़े और फिर मीटिंग स्थल पर मंच पर जाकर पर्यवेक्षक राव दान सिंह के सामने यह आपत्ति जताते नजर आए कि किसके आदेश पर पुलिस ने उन्हें बाहर रोका. सीधे तौर पर राजेश चौधरी का इशारा मंत्री लालचंद कटारिया की ओर था. माइक पर जब राजेश चौधरी ने अपनी बातें जबरन रखना चालू रखा तो राव दान सिंह और जिलाध्यक्ष गोपाल मीणा उन्हें समझाते दिखे, लेकिन राजेश चौधरी की नाराजगी इतनी ज्यादा थी कि मंत्री लालचंद कटारिया इस समय बैठक स्थल से निकल गए. हालांकि, इस बात के वीडियो तो सामने नहीं आए, लेकिन कहा यह भी जा रहा है कि इसके बाद राजेश चौधरी और लालचंद कटारिया के समर्थकों के बीच हाथापाई भी हुई.