जयपुर. राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत पूरे प्रदेश में पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. इस एक्ट के तहत अब तक कुल 1 करोड़ 97 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है. इस दौरान मास्क नहीं लगाने वाले 6500 और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वाले 40 हजार लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है. इसके साथ ही जब से लॉकडाउन लागू हुआ है, तब से अब तक पूरे प्रदेश में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत भी राजस्थान पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है.
राजस्थान पुलिस द्वारा राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो सार्वजनिक स्थलों पर मास्क नहीं लगा रहे हैं या बिना मास्क लगाए लोगों को सामान बेच रहे हैं. इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर थूकने और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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राजस्थान पुलिस द्वारा लॉकडाउन और कर्फ्यू के नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. लॉकडाउन और कर्फ्यू के नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों से अब तक कुल 9 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है.
राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत की गई कार्रवाई का आंकड़ा
- सार्वजनिक स्थान पर मास्क नहीं लगाने पर चालान- 110000
- बिना मास्क लगाए सामान बेचने पर चालान- 6500
- सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर चालान- 380
- सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने पर चालान- 130
- अवैध रूप से गुटखा, पान मसाला और अन्य मादक पदार्थ बेचने पर चालान- 280
- सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने पर चालान-46000
- अन्य उल्लंघन पर किए गए चालान- 80000
- चालान के जरिए वसूली गई जुर्माना राशि- 1 करोड़ 97 लाख रुपये
लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा प्रदेश में की गई कार्रवाई - लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर दर्ज की गई एफआईआर- 3444
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ व आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर दर्ज की गई एफआईआर- 216
- लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किए गए लोग- 7000
- कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोग- 587
- मोटर व्हीकल एक्ट के तहत की गई कार्रवाई- 475000
- जब्प्त किए गए वाहन- 143000
- वसूला गया जुर्माना- 9 करोड़ रुपये
मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी
राजस्थान अब मादक पदार्थ तस्करों के लिए नशे का गढ़ बन चुका है. ऐसे में तस्करों पर नकेल कसने के लिए एक बार फिर जयपुर पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत कार्रवाई को अंजाम देना शुरू कर दिया है. कमिश्नरेट स्पेशल टीम और इसके साथ ही चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि अब तक कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम एनडीपीएस एक्ट के तहत ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान चलाकर 324 मामले दर्ज कर चुकी है. इसमें 399 नशे के सौदागरों को हवालात के पीछे पहुंचाया गया है. इतना ही नहीं, पुलिस ने इन नशें के सौदागरों से लाखों क्विंटल गांजा, स्मैक और डोडा पोस्त जैसी नशे की सामग्री जब्त की है.
पुलिस की पूछताछ में तस्करों के द्वारा उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, हिमाचल और नॉर्थ ईस्ट से मादक पदार्थ राजस्थान में लेकर आने की बात सामने आई है. मादक पदार्थों को 20 से 30 हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई किया जाता है. इसके बाद यह मादक पदार्थ छोटी-छोटी पुड़िया में 250 से 1000 रुपये प्रति पुड़िया के हिसाब से युवाओं को परोसी जाती है. लॉकडाउन में छूट मिलने के साथ ही राजधानी जयपुर में मादक पदार्थ तस्कर एक बार फिर से सक्रिय हुए हैं.