जयपुर. सीकर के उद्योग नगर थाना इलाके में 3 दिसंबर को गोलियों से भूनकर गैंगस्टर राजू ठेहट (Raju Thehat murder case) की हत्या करने के बाद एक बार फिर से रोहित गोदारा गैंग ने राजस्थान पुलिस की मुसीबतें बढ़ा दी है. गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड के तुरंत बाद रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप की ओर से इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी और साथ ही दूसरा पोस्ट कर नागौर निवासी ताराचंद कड़वासरा की मौत पर खेद भी जताया था.
रोहित गोदारा गैंग पहले बीकानेर और उसके आसपास के क्षेत्र में ही सक्रिय हुआ (Rohit Godara gang) करती थी. लेकिन लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप के साथ मिलने के बाद इस गैंग ने पूरे राजस्थान में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया. जुलाई महीने में रोहित गोदारा गैंग ने जयपुर के कई व्यापारियों को जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी की मांग की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के 6 बदमाशों को भी गिरफ्तार किया. अब एक बार फिर से इस गिरोह का नाम राजू ठेहट हत्याकांड में सामने आने के बाद जयपुर पुलिस ने सख्ती बढ़ाते हुए गिरोह से जुड़े हुए गुर्गों व अन्य बदमाशों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि गिरोह से जुड़े हुए बदमाशों को आईडेंटिफाई किया जा रहा है और उन पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है. बीकानेर जिला पुलिस से भी गिरोह से जुड़े हुए बदमाशों की सूची मांगी गई है. उसमें से यदि कोई बदमाश जयपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में फरारी काटता (Musewala murder case) पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस गिरफ्त से दूर रोहित गोदाराः गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की शह पर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल रही शातिर रोहित गोदारा गैंग ने जयपुर में भी अपने पांव पसारने की कोशिश की. जिसपर जुलाई माह में गैंग के 6 शातिर बदमाशों को राजधानी जयपुर में गिरफ्तार किया गया और उनसे हुई पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. हालांकि, गैंग का सरगना रोहित गोदारा अभी भी फरार चल रहा है, जिसकी तलाश में जयपुर, बीकानेर और पंजाब पुलिस लगी हुई है. गैंग के सदस्य जयपुर में व्यापारियों को टारगेट करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दे रंगदारी की मांग कर रहे थे. ऐसा ही एक प्रकरण राजधानी के शिप्रापथ थाना इलाके में सामने आने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गैंग के शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया था.
लॉरेंस के चलते राजधानी के अन्य बदमाश नहीं अड़ा रहे टांगः जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम की ओर से की गई जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जिस वक्त राजस्थान की विभिन्न जेलों में बंद रहा. वह उसी वक्त संपत नेहरा और रोहित गोदारा के संपर्क में आया था. इसके बाद से ही संपत नेहरा और रोहित गोदारा लॉरेंस के लिए काम करने लगे. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल होने के बाद रोहित गोदारा गैंग ने जयपुर में अपनी जड़ें मजबूत करना शुरू कर दिया और अपना नेटवर्क फैलाने लगे. हालांकि, राजधानी जयपुर में पहले से ही बदमाशों की कई गैंग सक्रिय हैं जो बाहर से आने वाली दूसरी गैंग को वर्चस्व की लड़ाई के चलते जयपुर में पांव पसारने नहीं देती. वहीं, रोहित गोदारा गैंग के पीछे लॉरेंस का नाम जुड़ा होने के चलते जयपुर के बदमाशों की किसी भी गैंग ने उसका विरोध नहीं किया.
रोहित गोदारा ने उपलब्ध करवाई थी मूसेवाला की हत्या में गाड़ी व शूटरः सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच कर रही पंजाब पुलिस ने यह बात उजागर की थी कि बीकानेर के शातिर बदमाश रोहित गोदारा ने ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने वाले बदमाशों को वारदात में प्रयुक्त गाड़ी उपलब्ध करवाई थी. साथ ही अपनी गैंग के शूटर दानाराम सिहाग को पंजाब भेजा था. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने 2 टीम बनाई थी. यदि टीम-ए हत्याकांड को अंजाम देने में विफल रहती तो टीम-बी को सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने का टारगेट दिया गया था.
रोहित गोदारा गैंग का शूटर दानाराम टीम-बी में शामिल था, जिसका खुलासा पंजाब पुलिस ने किया और जयपुर से प्रोडक्शन वारंट पर दानाराम को गिरफ्तार कर पंजाब ले गई. दानाराम के साथ ही संपत नेहरा गैंग का शातिर बदमाश सचिन भिवानी भी टीम-बी में शामिल था. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद टीम-बी के सदस्यों ने ही टीम-ए में शामिल शूटर और हथियारों को अलग-अलग जगह पहुंचाने का काम किया था. शातिर बदमाश सचिन को पिछले साल जुलाई में ही 10 साल की सजा सुनाई गई थी जो अक्टूबर में जमानत मिलने पर जेल से बाहर आने के बाद फिर से संपत नेहरा के संपर्क में आकर वारदातें करने लगा था.
सचिन के पकड़े जाने के बाद ही पुलिस की नजरों में आया दानारामः सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल रहे सचिन भिवानी को दिल्ली पुलिस ने जून महीने में गिरफ्तार किया था. उसके मोबाइल से बरामद हुए सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद के जश्न के वीडियो के आधार पर ही पंजाब पुलिस को दानाराम की जानकारी दी गई. दरअसल, सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के बाद बदमाशों ने जश्न मनाते हुए और हाथों में हथियार लेकर लहराते हुए एक वीडियो बनाया था, जो कि सचिन के मोबाइल से शूट किया गया था. हत्याकांड के कुछ दिनों बाद वीडियो वायरल किया गया था और उस वीडियो में दानाराम भी मौजूद था.
जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़े रोहित गोदारा गैंग के 6 शातिर बदमाशः राजधानी जयपुर में अपना नेटवर्क मजबूत करने में जुटी रोहित गोदारा गैंग के 6 शातिर बदमाशों को जून और जुलाई माह में।गिरफ्तार किया गया. उनसे हथियार भी बरामद किए गए हैं. जयपुर पुलिस ने रोहित गोदारा गैंग के खिलाफ पहली कार्रवाई 22 जून को भांकरोटा थाना इलाके में अंजाम दी और लूट की वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे तीन शातिर बदमाश राजेंद्र सिंह उर्फ राजू, दानाराम सिहाग व हरिओम रामावत को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया.
इसी प्रकार से जयपुर पुलिस ने दूसरी कार्रवाई 5 जुलाई को शिप्रापथ थाना इलाके में अंजाम दी और रोहित गोदारा गैंग के तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया. बदमाशों ने जयपुर के एक व्यापारी को किडनैप करने और जान से मारने की धमकी देकर लाखों रुपए की फिरौती मांगी थी. फिरौती नहीं देने पर गैंग के शातिर बदमाश नवरत्न शर्मा, संदीप स्वामी उर्फ सोनू और शिवसिंह उर्फ शिवाजी ने पीड़ित के घर जाकर मारपीट की थी. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए रोहित गोदारा गैंग के सभी छह बदमाशों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि गैंग राजधानी जयपुर में अपना नेटवर्क फैला रही है और वर्चस्व कायम कर रही है.
इसके बाद जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों ने रोहित गोदारा गैंग को लेकर सीएसटी और चारों जिलों की डीएसटी को गैंग के जयपुर में एक्टिव सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. आप एक बार फिर से गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड में रोहित गोदारा गैंग का नाम सामने आने के बाद जयपुर पुलिस सतर्क हो गई है.