जयपुर. सांगानेर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बहुचर्चित आईआरएस श्रीराम मीणा हत्याकांड में 6 साल से फरार चल रहे एक इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर B2 बायपास के पास से 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश सुनील मीणा को गिरफ्तार किया है
बता दें कि बहुचर्चित आईआरएस श्रीराम मीणा हत्याकांड जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था. वहीं पिछले 6 साल से पुलिस इस हत्याकांड को सुलझाने की जद्दोजहद में लगी हुई थी. आखिरकार 6 साल बाद पुलिस ने इस प्रकरण में 10 हजार रुपए के इनामी सुनील मीणा को गिरफ्तार कर ही लिया. अब आरोपी से सांगानेर थाने में इस प्रकरण को लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस वारदात में उपयोग किया जानेवाला हथियार, वाहन और अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाने में जुट गई है.
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क्या है बहुचर्चित आईआरएस श्रीराम मीणा हत्याकांड
वर्ष 2013 में सांगानेर थाना इलाके में 9 जून को श्योपुर रोड स्थित जगन्नाथपुरी में रहने वाले आईआरएस श्रीराम मीणा की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई थी. हत्यारे मृतक के घर से नगदी, जेवर, रिवाल्वर, मोबाइल और अन्य सामान लूट कर फरार हो गए थे. पुलिस द्वारा पहले की गई जांच में करणी विहार पांच्यावाला निवासी सुनील मीणा और उसके साथियों पर वारदात को अंजाम देने का संदेह जताया गया था. वहीं वारदात के 3 दिन बाद ही मृतक श्रीराम मीणा के करीबी कमल मीणा ने शिवदासपुरा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
कमल मीणा की लाश के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था. जिसमें उसने तत्कालीन एडिशनल डीसीपी योगेश दाधीच और एसीपी सांगानेर राजेश मिल पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे. बता दें कि तत्कालीन कार्यवाहक पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के कार्यकाल में श्रीराम मीणा हत्याकांड हुआ. उसके बाद भूपेंद्र दक, जंगा श्रीनिवास राव और संजय अग्रवाल पुलिस कमिश्नर के पद पर रहें, लेकिन उस दौरान भी इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पाया.
आरोपी सुनील मीणा 6 साल से पुलिस को गच्चा देकर बचता फिर रहा. लेकिन शुक्रवार को आखिरकार आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. देखना होगा कि आरोपी पूछताछ में हत्याकांड से जुड़े हुए क्या-क्या राज उगलता है.