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अतिक्रमण हटाने की रफ्तार धीमी ,अच्छे मानसून के बावजूद रामगढ़ सूना

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Published : Aug 12, 2019, 1:55 AM IST

जयपुर में अच्छी बारिश के बाद भी रामगढ़ बांध का एक छोटे से हिस्से में पानी की झलक देखने को मिलती है. कारण अभी भी रामगढ़ बांध के भराव और बहाव क्षेत्र में फैले अतिक्रमण जिन्हें हटाने की जेडीए प्रशासन जद्दोजहद तो कर रहा है लेकिन इसकी धीमी रफ्तार की वजह से अच्छे मानसून के बावजूद भी रामगढ़ बांध सूना ही रह जाएगा.

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जयपुर. बारिश के शुरुआती दौर में पानी की झलक भी रामगढ़ बांध में देखने को मिली. यही वजह रही कि मानसून का मजा लेने के लिए लोगों ने रामगढ़ बांध का रुख किया. लेकिन इसके बहाव और भराव क्षेत्र में फैले अतिक्रमण की वजह से एक छोटे से हिस्से में ही पानी सिमट कर रह गया. बाकी रामगढ़ बांध अभी भी सूना ही पड़ा है. हालांकि जेडीए प्रशासन ने यहां 100 से ज्यादा अतिक्रमण हटाए हैं. लेकिन इन अतिक्रमण की संख्या 300 के पार है

अच्छी बारिश के बावजूद रामगढ़ बांध सूना

पढ़ेंः प्रदेश में तेज बारिश से रेलवे यातायात प्रभावित

ऐसे में जेडीए की रफ्तार काफी कम है. जिसकी वजह से लगता नहीं कि इस मानसून में रामगढ़ की प्यास बुझ पाएगी. हालांकि इस संबंध में जेडीए विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन ने कहा कि जेडीए प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. जेडीए की टीम के पीटी सर्वे के अनुसार मौके पर चिन्हित किए गए अतिक्रमण तक पहुंचने और पर्याप्त जाब्ते की कमी के कारण कुछ देरी जरूर हो रही है.

पढ़ेंः PWD इंजीनियरों में प्रमोशन नहीं होने से रोष, मुख्य अभियंता पर फाइल रोकने का आरोप

जेडीए विजिलेंस प्रीति जैन ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान सामने आने वाले मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुछ मकान मालिक, रिजॉर्ट मालिक और ढाबा संचालकों को कुछ समय जरूर दिया है. लेकिन जिन्हें मोहलत दी गई है, ऐसा नहीं है कि उन्हें छूट दी गई हो. वहीं उन्होंने अस्थाई अतिक्रमण, बाउंड्री वॉल और अनिकट को हाथों हाथ हटाए जाने की बात कही.

जयपुर. बारिश के शुरुआती दौर में पानी की झलक भी रामगढ़ बांध में देखने को मिली. यही वजह रही कि मानसून का मजा लेने के लिए लोगों ने रामगढ़ बांध का रुख किया. लेकिन इसके बहाव और भराव क्षेत्र में फैले अतिक्रमण की वजह से एक छोटे से हिस्से में ही पानी सिमट कर रह गया. बाकी रामगढ़ बांध अभी भी सूना ही पड़ा है. हालांकि जेडीए प्रशासन ने यहां 100 से ज्यादा अतिक्रमण हटाए हैं. लेकिन इन अतिक्रमण की संख्या 300 के पार है

अच्छी बारिश के बावजूद रामगढ़ बांध सूना

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ऐसे में जेडीए की रफ्तार काफी कम है. जिसकी वजह से लगता नहीं कि इस मानसून में रामगढ़ की प्यास बुझ पाएगी. हालांकि इस संबंध में जेडीए विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन ने कहा कि जेडीए प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. जेडीए की टीम के पीटी सर्वे के अनुसार मौके पर चिन्हित किए गए अतिक्रमण तक पहुंचने और पर्याप्त जाब्ते की कमी के कारण कुछ देरी जरूर हो रही है.

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जेडीए विजिलेंस प्रीति जैन ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान सामने आने वाले मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुछ मकान मालिक, रिजॉर्ट मालिक और ढाबा संचालकों को कुछ समय जरूर दिया है. लेकिन जिन्हें मोहलत दी गई है, ऐसा नहीं है कि उन्हें छूट दी गई हो. वहीं उन्होंने अस्थाई अतिक्रमण, बाउंड्री वॉल और अनिकट को हाथों हाथ हटाए जाने की बात कही.

Intro:जयपुर - अच्छी बारिश के बाद भी रामगढ़ बांध का एक छोटे से हिस्से में पानी की झलक देखने को मिलती है कारण अभी भी रामगढ़ बांध के भराव और बहाव क्षेत्र में फैले अतिक्रमण जिन्हें हटाने की जेडीए प्रशासन जद्दोजहद तो कर रहा है लेकिन इसकी धीमी रफ्तार की वजह से अच्छे मानसून के बावजूद भी रामगढ़ बांध सूना ही रह जाएगा।


Body:इस मानसून राजधानी में औसत से ज्यादा बारिश अब तक हो चुकी है। उम्मीद थी कि इस बारिश में एक दशक से ज्यादा समय से सूखे पड़े रामगढ़ बांध में भी पानी की आवक होगी। बारिश के शुरुआती दौर में पानी की झलक भी रामगढ़ बांध में देखने को मिली। यही वजह रही कि मानसून का मजा लेने के लिए लोगों ने रामगढ़ बांध का रुख किया। लेकिन इसके बहाव और भराव क्षेत्र में फैले अतिक्रमण की वजह से एक छोटे से हिस्से में ही पानी सिमट कर रह गया। बाकी रामगढ़ बांध अभी भी सूना ही पड़ा है। हालांकि जेडीए प्रशासन ने यहां 100 से ज्यादा अतिक्रमण हटाए हैं। लेकिन इन अतिक्रमण की संख्या 300 के पार है। ऐसे में जेडीए की रफ्तार काफी कम है। जिसकी वजह से लगता नहीं कि इस मानसून में रामगढ़ की प्यास बुझ पाएगी। हालांकि इस संबंध में जेडीए विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन ने कहा कि जेडीए प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। जेडीए की टीम के पीटी सर्वे के अनुसार मौके पर चिन्हित किए गए अतिक्रमण तक पहुंचने और पर्याप्त जाब्ते की कमी के कारण कुछ देरी जरूर हो रही है। उन्होंने बताया कि अब जेडीए स्तर पर चर्चा करने के बाद एक की जगह तीन टीम लगाकर अगले 7 से 10 दिन में सभी अतिक्रमण को हटा दिया जाएगा।

प्रीति जैन ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान सामने आने वाले मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुछ मकान मालिक, रिजॉर्ट मालिक और ढाबा संचालकों को कुछ समय जरूर दिया है। लेकिन जिन्हें मोहलत दी गई है, ऐसा नहीं है कि उन्हें छूट दी गई हो। वहीं उन्होंने अस्थाई अतिक्रमण, बाउंड्री वॉल और अनिकट को हाथों हाथ हटाए जाने की बात कही।
बाईट - प्रीति जैन, जेडीए विजिलेंस


Conclusion:एक बार फिर जेडीए प्रशासन की ओर से 10 दिन में सभी अतिक्रमण हटाने का दावा किया गया है। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता तो ये बात तय है कि अच्छे मानसून के बावजूद भी इस बार रामगढ़ बांध सूना ही रह जाएगा।
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