जयपुर. राज्य में समर्थन मूल्य पर दलहन-तिलहन की खरीद के लिए पंजीयन की सीमा को 20 प्रतिशत बढ़ाया गया (Minimum support price for pulses and oilseeds) है. पंजीयन सीमा बढ़ाने से राज्य के 14 जिलों के 108 क्रय केन्द्रों से मूंग के 11562 किसान और लाभान्वित होंगे. इन जिलों के किसान 6 जनवरी से पंजीयन करा (Registration for pulses and oilseeds sale on MSP) सकेंगे.
आपको बता दें कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर चल रही खरीद के लिए 72250 किसानों ने मूंग के लिए एवं मूंगफली के लिए 22671 किसानों ने पंजीयन कराया (registration for sale of crops by farmers) है. 45057 किसानों से 85231 मीट्रिक टन मूंग की खरीद की जा चुकी है. जिसकी राशि लगभग 661 करोड़ रुपए है. इसमें से मूंगफली की खरीद 1013 मीट्रिक टन की जा चुकी है, जिसकी राशि 6 करोड़ रुपए है. प्रदेश में अब तक 28704 किसानों को 420 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है. शेष किसानों को भुगतान की प्रक्रिया जारी है.
आपको बता दें कि प्रदेश में मूंग के 3.03 लाख मीट्रिक टन, उड़द के 62508 मीट्रिक टन, मूंगफली के 4.66 लाख मीट्रिक टन एवं सोयाबीन के 3.62 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य स्वीकृत किए गए हैं. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर दलहन एवं तिलहन खरीद योजना का लाभ अधिकाधिक किसानों को उपलब्ध कराने की दृष्टि से 20 प्रतिशत और पंजीयन सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया गया (20 percent increase in limit) है. इससे स्वीकृत लक्ष्यों के अनुरूप शत-प्रतिशत सीमा तक किसान दलहन-तिलहन विक्रय के लिए पंजीयन करा सकेंगे. आज पंजीयन सीमा में की गई बढ़ोतरी से राजस्थान के दलहन-तिलहन के किसानों को फायदा होगा और जो किसान बाकी बच गए हैं उन्हें सहकारिता विभाग की ओर से जल्द ही खरीद प्रक्रिया पूरी कर लाभ पहुंचा दिया जाएगा.