जयपुर. राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा 27 दिसंबर की रात को जयपुर पहुंचेंगे. वे 28, 29 और 30 दिसंबर की दोपहर तक जयपुर ही रहेंगे. बुधवार 28 दिसंबर को होने वाले राजस्थान कांग्रेस के अधिवेशन के तुरंत बाद (Rajasthan Political Crisis) रंधावा राजस्थान की नब्ज टटोलने का काम शुरू कर देंगे.
इसके तहत रंधावा सबसे पहले दोपहर ढाई बजे से पूर्व राजस्थान कांग्रेस अध्यक्षों, नेता प्रतिपक्षों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों और साल 2018 में विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों और 2019 में लोकसभा चुनाव हारने वाले सांसद प्रत्याशियों से चर्चा करेंगे. रंधावा की सबसे महत्वपूर्ण बैठक कांग्रेस विधायकों के साथ (Randhawa meeting with Congress MLAs in Jaipur) होगी.
यह बैठक 28 दिसंबर या 29 दिसंबर को अस्पताल रोड स्थित कांग्रेस के नए मुख्यालय में होगी. रंधावा की विधायकों के साथ बैठक को राजस्थान की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण घटना माना जा रहा है, क्योंकि 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान की विधायक दल की बैठक नहीं होने और गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे देने के बाद यह पहला मौका होगा जब कांग्रेस आलाकमान का कोई नेता विधायकों से अलग से चर्चा करेगा.
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हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि रंधावा के आने के बाद आधिकारिक तौर पर विधायक दल की बैठक बुलाकर एकजुटता का संदेश देने का प्रयास हो. लेकिन अभी विधायक दल की बैठक तय नहीं है, लेकिन विधायकों के साथ रंधावा की अलग से बैठक अनौपचारिक विधायक दल की बैठक मानी जा रही है. इस अनौपचारिक बैठक के जरिए रंधावा कांग्रेस विधायकों का मन टटोलेंगे की विधायक क्या चाहते हैं. फिलहाल कवायद इस बात की चल रही है कि रंधावा के साथ विधायकों की वन टू वन बात हो या फिर समूह में, जिस पर अंतिम निर्णय रंधावा के जयपुर आने के बाद लिया जाएगा.
28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस भी है. ऐसे में सुबह 9 बजे प्रदेश कांग्रेस के संसार चंद्र रोड स्थित मुख्यालय पर झंडारोहण कार्यक्रम होगा. जिसमें प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. इसके बाद करीब 11:30 बजे जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय अधिवेशन होगा, जिसमें संगठन की ओर से राजनीतिक प्रस्ताव और बजट में सरकार जनहित के लिए कौन सी योजनाओं को शामिल करें, इसे लेकर प्रस्ताव पास किया जाएगा.
आपको बता दें कि कांग्रेस के अधिवेशन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के साथ ही प्रदेश के मंत्री, विधायक, पीसीसी सदस्य, बोर्ड निगमों के चेयरमैन और निगम निकाय प्रमुख शामिल होंगे. इन सभी नेताओं से प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सुझाव मेल पर मंगवा भी लिए हैं. सबसे बेहतरीन सुझाव को कांग्रेस पार्टी अपने प्रस्ताव में शामिल करेगी, जो सरकार अपने बजट में शामिल करेगी.