जयपुर. राजस्थान में शनिवार को भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हो गया. राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलाई. वहीं राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद राजपूत समाज ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत राजपूत भाजपा को वोट कर रहा है. उसके बावजूद राजपूत समाज से केवल तीन ही मंत्री बनाए गए हैं. राजपूत सभा भवन के अध्यक्ष राम सिंह चंदलाई ने भी नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है.
श्री प्रताप फाउंडेशन के संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी के मुताबिक राजस्थान सरकार में हुए मंत्रिमंडल गठन में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर राजपूत समाज से आई प्रतिक्रिया के मध्येनजर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है. राजपूत समाज का 90 प्रतिशत वोट बीजेपी को जाने के बावजूद भी राजपूत समाज की उपेक्षा की गई है. 26 में से 16 सीटें जीतकर लाने के बाद भी राजपूत समाज को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया. ना ही संगठन में उचित प्रतिनिधित्व मिला हुआ है. इससे समाज में असंतोष की भावना व्याप्त हुई है. हम पार्टी से मांग करते हैं कि संगठन और मंत्रिमंडल विस्तार में समाज की भावनाओं का ध्यान रखें.
महावीर सिंह सरवड़ी ने कहा कि हर बार राजपूत समाज की उपेक्षा होती है. अगर समाज ने यह तय कर लिया कि विरोध करना है, तो वह भी हो सकता है. जिस पार्टी को 90 प्रतिशत समाज के लोग वोट करते आए हैं. उनके साथ ऐसा करना उचित नहीं है. पार्टी को सोचना चाहिए. अगर हमारे साथ सही न्याय नहीं हुआ, तो इसका रिएक्शन समाज अपने आप तय कर लेगा.
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बता दें कि शनिवार को भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में 12 कैबिनेट मंत्री, पांच राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और पांच राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है. 15 दिसंबर को बतौर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शपथ ली थी. साथ ही दो डिप्टी सीएम के तौर पर दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली थी. 14 दिन के बाद राजस्थान में सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हुआ है.