जयपुर. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के बाद जारी प्रदर्शन बुधवार देर रात खत्म हुआ. गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने मामले को लेकर धरना समाप्त करने की घोषणा की. इसके पहले प्रदर्शनकारी पक्ष और पुलिस कमिश्नर से लंबी वार्ता के बाद 11 मांगों पर सहमति बनी. प्रशासन से बातचीत सफल रहने के बाद मेट्रो मास हॉस्पिटल से शव को सवाई मानसिंह चिकित्सालय के मोर्चरी ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा किया गया. इस दौरान एक और मृतक नवीन सिंह के शव को भी पोस्टमार्टम के लिए लाया गया. आज अंतिम संस्कार से पहले गोगामेड़ी की शव को राजपूत सभा भवन में अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया.
यह रहा पुलिस का वादा : गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में पुलिस ने 72 घंटे में शूटरों को पकड़ने का आश्वासन दिया. इस दौरान हत्याकांड वाले क्षेत्र श्याम नगर के एचएचओ सहित 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए. वहीं, जांच के लिए बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम SIT में आनंदपाल एनकाउंटर टीम के अधिकारी शामिल किए गए. फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस की विशेष टीम जयपुर, नागौर और हरियाणा में कई जगह तलाश में दबिश दे रही है.
हत्या के पीछे की वजह आ रही है सामने : सोशल मीडिया पर गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर दो गुटों के बीच की रंजिश की वजह सामने आ रही है. इस मामले में एक प्रतिष्ठित राजनेता के पुत्र का नाम भी चर्चा में आया है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि नहरी क्षेत्र में किसी विवाद के सेटलमेंट के लिए गोगामेड़ी, गोदारा और नेहरा गैंग के बीच मनमुटाव हो गया था. इसके बाद से लगातार विरोधियों के निशाने पर गोगामेड़ी थे. अप्रैल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान गोगामेड़ी ने स्वयं के जान को खतरा बताया था और पुलिस प्रोटेक्शन की मांग भी की थी. इस बारे में पत्नी की ओर से दर्ज एफआईआर में भी मुख्यमंत्री एवं डीजीपी पर आरोप लगाए गए हैं.