जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए विभिन्न योजनाओं की विफलताओं के लिए कोसा.
राजेंद्र राठौड़ ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच चल रही कुर्सी की जंग को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'राजस्थान में जो किस्सा कुर्सी का फिल्म है, जिसमें एक नायक एक खलनायक और कैसे-कैसे शब्द निकले इस फिल्म में, नकारा निकला, निकम्मा निकला, गद्दार भी निकला, अनुभवहीन और रगड़ाई भी निकला. राठौड़ ने कहा कि यह रगड़ाई शब्द बड़ा घातक है. राजस्थान की जनता की आदत है कि वह पीसती है तो बहुत बारीक पीसती है. इस बार जनता की बारीक पिसाई के बाद आने वाली 16वीं विधानसभा में इनके जो विधायक आएंगे, वह संख्या देखने लायक होगी.
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राठौड़ ने कहा कि अब हमारे मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हमारी सरकार में कोरोना है. कोरोना में डॉक्टर कहता है कि कोरोना पीड़ित मरीज को आइसोलेशन में ले जाओ. किसी से मुलाकात नहीं करनी, लेकिन वह अपने दम पर अकेला खड़ा है और यह सरकार आइसोलेशन में है. उन्होंने पायलट के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने 32 दांतो के बीच जो जीभ है उस पर कंट्रोल करने की बात कही. राठौड़ ने कहा कि जब यह बात हुई तो मैं तो डर गया कि यह इशारा किसकी तरफ है.
राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गंगानगर में हाथ से हाथ जोड़ो की बात करते हैं, तो हमारे कोटा और अलवर के सदस्य हाथ से हाथ तोड़ो की बात बोल रहे हैं. किस्सा कुर्सी के किरदार में अगर मैं कहूं की फिल्म अच्छी थी, लेकिन हीरो फ्लॉप हो गया और इस फ्लॉप हीरो ने क्या-क्या कहा. इन पेपर माफियाओं के सरगना को सरपरस्ती किसकी है? तिजोरी के अंदर से किस जादूगर ने पेपर बाहर निकाला?
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सैनिक कल्याण मंत्री (राजेंद्र गुढ़ा) यहां नहीं है, वह गणित के बड़े जानकार हैं. प्रदेश के रामानुजन हैं क्योंकि उन्होंने जो 200 में से 99.9 नंबर लेकर आए वह तो फेल और 200 में से 21 नंबर ला रहा है वह पास की बात कही. राठौड़ ने कहा कि अगर मंत्रिमंडल का सदस्य कुछ बोलता है तो वह बाकी मन्त्रियों का बोला माना जाता है और आप के मंत्री ने क्या कहा? एक फॉर्च्यूनर गाड़ी में जितने आते हैं, उतने ही विधायक जीतेंगे. तो वहीं उन्होंने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के अधिकारियों की एसीआर भरने को लेकर हुए विवाद पर भी कहा कि इस बार एसीआर तो राजस्थान की जनता भरेगी.
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गहलोत सरकार में हुई सांप्रदायिकता: राठौड़ ने कहा कि सरकार का चिंतन शिविर हुआ. उसके बाद मुख्यमंत्री ने वक्तव्य दिया कि राजस्थान में सांप्रदायिकता की आग भाजपा लगा रही है. यह सही है कि सांप्रदायिकता की आग में राजस्थान जल रहा है, चाहे करौली, अलवर या भीलवाड़ा हो राजस्थान के स्वभाव के विपरीत यह बात हुई है. इसके लिए राजस्थान की गहलोत सरकार जिम्मेदार है. तो वहीं उन्होंने ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा इसके खिलाफ नहीं है, लेकिन न्यू पेंशन स्कीम को लेकर जो एमओयू हुआ था उस पर हस्ताक्षर उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही किए थे.