जयपुर. राजस्थान के सियासी दंगल के नतीजे आ चुके हैं. रविवार को राजस्थान की 199 सीटों पर 1863 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला जनता ने अपने जनादेश से कर दिया है. प्रदेश की जनता ने एक बार फिर बीजेपी को सरकार बनाने का मौका दिया है. इस बार भी राजस्थान में परंपरा को कायम रखते हुए जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता की चाबी सौंपी है.
राजस्थान में इस बार 74.62 फीसदी वोटिंग हुई थी. भारतीय जनता पार्टी ने 115 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत पाया है. वहीं सत्ता में काबिज रही कांग्रेस महज 69 सीटों पर ही सिमट कर रह गई है. भारत आदिवासी पार्टी पहली बार प्रदेश में चुनाव लड़ी और तीन सीटों पर जीत का परचम लहराया है. पिछले चुनाव के मुकाबले जहां प्रदेश में भाजपा को 41.69 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर 39.53 फीसदी रहा है, जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) को 2.39 फीसदी वोट मिले हैं.
राजस्थान में लहराया भगवा: नतीजों में इस बार भाजपा को 115 सीटें मिली है, जबिक कांग्रेस को 69 सीट हासिल हुई है. भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने 3 सीटों पर जीत का परचम लहराया है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी राजस्थान में दो सीटों पर अपनी उपस्थिति जताई है. वहीं आरएलपी और आरएलडी को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा है. आठ उम्मीदवार ऐसे हैं, जो भाजपा-कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़े और जीत हासिल की है.
जीत-हार का रिकॉर्ड: प्रदेश में वोट के अंतर से सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत का रिकॉर्ड भी भाजपा के नाम रहा है. विद्याधर नगर से भाजपा की दीया कुमारी ने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को 71,368 वोट से शिकस्त दी है. वहीं कोटपूतली से भाजपा के हंसराज पटेल ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री रहे राजेंद्र यादव को 321 वोट से हराया है. इसी तरह जयपुर जिले की शाहपुरा सीट से कांग्रेस के मनीष यादव ने 64,908 वोट से चुनाव जीता है.
कितने पढ़े-लिखे विधायक: 16वीं विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों में इस बार 143 विधायक ग्रेजुएट या इससे ज्यादा शिक्षित हैं. 199 विधायकों में से 173 विधायक 12वीं या इससे ज्यादा शिक्षित हैं, जबकि 101 विधायक ग्रेजुएट हैं. विधानसभा के लिए चुने गए 52 विधायक पोस्ट ग्रेजुएट हैं. वहीं इस बार विधानसभा पहुंचने वाले 20 विधायक 12वीं पास हैं जबकि 26 विधायक 12वीं से कम पढ़े लिखें हैं.
सिद्धि कुमारी सबसे अमीर विधायक: बीकानेर पूर्व से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची बीकानेर राजघराने की सिद्धि कुमारी के पास 102 करोड़ रुपए की संपत्ति है. जबकि भारत आदिवासी पार्टी से चौरासी के विधायक राजकुमार रौत के पास महज 1 लाख 20 हजार की संपत्ति है. भाजपा के विधायकों की औसत संपत्ति 8 करोड़ और कांग्रेस के विधायकों की औसत संपत्ति 9 करोड़ रुपए है, जबकि 199 विधायकों की कुल संपत्ति 1,800 करोड़ से ज्यादा है.
सबसे युवा, सबसे उम्रदराज: राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार बाड़मेर की शिव सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर आए रविंद्र सिंह भाटी सबसे कम उम्र के विधायक है. रविंद्र सिंह भाटी की उम्र महज 25 साल है. रविंद्र सिंह 3950 वोट से चुनाव जीते हैं .उन्होंने निर्दलीय फतेह खा को शिकस्त दी दहै. कोलायत सीट भाजपा के अंशुमन सिंह भाटी की उम्र 27 भी साल है. अंशुमन सिंह भाटी ने मंत्री भंवर सिंह भाटी को 30 हजार से ज्यादा वोट से चुनाव में शिकस्त दी है. वहीं अलवर के किशनगढ़बास से कांग्रेस विधायक दीपचंद खैरिया की उम्र 83 साल है. खैरिया ने बीजेपी के रामहेत सिंह यादव को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. बूंदी से कांग्रेस के विधायक हरिमोहन शर्मा की उम्र भी 83 साल है. हरिमोहन शर्मा ने बीजेपी के अशोक डोगरा को 18 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी है.