जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के आरोपों पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई जारी है. शुक्रवार सुबह से ही प्रदेश भर में कई जगह पर ईडी के छापे चल रहे हैं. ये कार्रवाई अधिकारियों, ठेकेदारों और उनसे जुड़े लोगों पर हो रही है. बीजेपी प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस कार्रवाई का स्वागत किया और गहलोत सरकार को जमकर निशाने पर लिया. प्रल्हाद जोशी ने आरोप लगाया है कि इस भ्रष्टाचार में मंत्री और विधायकों का सीधा इंवॉल्वमेंट है, जब भ्रष्टाचार हुआ है तो कार्रवाई भी होनी है.
कांग्रेस ने परेशानी को नहीं समझा : बीजेपी प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार हुआ है, उस पर अगर ईडी एक्शन करती है तो एतराज क्यों? भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि प्रदेश के हर घर में नल से जल पहुंचे. देश में 21 करोड़ के करीब परिवार हैं, आजादी के बाद से इनमें से अब तक मात्र 3 करोड़ लोगों को नल से पानी मिलता था. 18 करोड़ परिवार पीने के पानी के लिए परेशान होते हैं. महिलाओं को दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उनकी इस परेशानी को नहीं समझा.
मंत्री-विधायकों का सीधा इंवॉल्वमेंट : उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपए जल जीवन मिशन के लिए अलॉट किए, लेकिन राजस्थान में मंत्री और स्थानीय विधायकों ने मिलकर इसमें भ्रष्टाचार किया. जब भ्रष्टाचार हुआ है तो एक्शन भी होगा, ईडी कार्रवाई भी करेगी. मंत्री का इस भ्रष्टाचार में सीधा कनेक्शन है, जांच में कोई नहीं बचेगा. इस भ्रष्ट गहलोत सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
स्वागत होना चाहिए : बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की जनता तालियां बजाकर ईडी की कार्रवाई का स्वागत कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि 5 साल पहले राजस्थान सरकार को केंद्र सरकार ने 29000 करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन उसमें से सिर्फ 7000 करोड़ खर्च किए गए. इतना ही नहीं, इस योजना में जो राशि राज्य सरकार को मिलानी थी वो भी नहीं मिलाई. टेंडर में भी घोटाला हुआ. जब भ्रष्टाचार हुआ है तो कार्रवाई भी होनी है. उन्होंने दावा किया कि कई जगह 100 फीट की खुदाई कर 800 फीट का पेमेंट उठा लिया गया. भ्रष्टाचार के चलते प्रदेश की जनता को उनके हक का पानी नहीं मिला. इस भ्रष्टाचार पर एक्शन हो रहा है तो फिर डर क्यों?