जयपुर. प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी अपने परंपरागत वोट बैंक अर्थात एससी वर्ग को साधने की कवायद में लगी है. प्रदेश के एससी वर्ग को एकजुट करने और उन्हें अपनी और लुभाने के लिए पार्टी हाईकमान ने अपने एससी नेताओं को यह जिम्मेदारी दी है.
इसी सिलसिले में आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस एससी विभाग की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक जारी है. जिसमें एससी विभाग से जुड़े नेता, कार्यकर्ता और बोर्ड-निगम के चेयरमैन भी भाग ले रहे हैं. साथ ही बैठक में एससी वर्ग से जुड़े विधायकों को भी विशेष आमंत्रिण दिया गया है. सुबह 11 बजे से शुरू हुई बैठक में एससी विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी के. राजू और एससी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया भी बैठक में शामिल हो रहे हैं. बता दें कि राजेश लिलोठिया और के. राजू सोमवार देर रात ही जयपुर पहुंच गए थे.
राजस्थान में 30 से ज्यादा सीटों पर एससी मतदाताओं का है बोलबालाः दरअसल प्रदेश में एससी वर्ग करीब 30 से ज्यादा सीटों पर अपना प्रभाव रखता है. ऐसे में पार्टी की मंशा है कि एससी वर्ग को एकजुट रखा जाए और उनके गिले-शिकवे सुनकर उनका समय रहते निस्तारण किया जाए. बता दें एससी वर्ग को साधने उद्देश्य से ही प्रदेश सरकार के कैबिनेट में उन्हें ज्यादा प्रतिनिधिव दिया गया है. इस कोटे से ममता भूपेश, टीकाराम जूली और गोविंद राम मेघवाल को कैबिनेट मंत्री बनाया हुआ है.
एससी वर्ग के सम्मेलन कराए जाने पर भी होगी चर्चाः वहीं प्रदेश में कांग्रेस एससी विभाग के सम्मेलन भी प्रदेश भर में कराए जाने को लेकर आज बैठक में फैसला लिया जाएगा. चर्चा है कि अलग-अलग जिलों में ब्लॉक स्तर पर एससी सम्मेलन किए जाएंगे. जिसमें कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सरकार के योजनाएं, बजट घोषणाएं और एससी वर्ग के लिए किए गए कामों का रिपोर्ट कार्ड भी देंगे.
प्रियंका गांधी के करीबी हैं के. राजूः बता दें कि के. राजू को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बेहद करीबी माना जाता है. के. राजू के जयपुर दौरे के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. बताया जा रहा है इस बार के जयपुर दौरे के दौरान राष्ट्रीय प्रभारी के. राजू की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई अन्य नेताओं से भी मीटिंग हो सकती है.