जयपुर. राजस्थान के करौली की टोडाभीम विधानसभा के नादौती में दलित युवती का शव कुएं में मिलने की घटना पर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में भाजपा विधायकों की ओर से जमकर हंगामा किया गया. विधानसभा की कार्रवाई जब 1:15 पर दोबारा शुरू हुई तो भाजपा विधायक मदन दिलावर ने इस मामले पर अपनी बात रखनी शुरू कर दी, जिनके साथ दूसरे भाजपा विधायक भी विधानसभा में पर्चे लहराने लगे और नारेबाजी करने लगे. इसपर स्पीकर सीपी जोशी ने भाजपा विधायकों को अपनी जगह पर जाकर बात रखने के निर्देश दिए, लेकिन भाजपा विधायकों ने अपनी नारेबाजी जारी रखी.
विधेयक सदन के पटल पर रखवाए : इसके बाद स्पीकर सीपी जोशी नाराज हो गए और उन्होंने हंगामे के बीच ही राष्ट्रपति की अनुमति मिले एक विधेयक और राज्यपाल की अनुमति मिले 8 विधेयकों को सदन के पटल पर रखवा दिया. हंगामे के बीच उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कार्य सलाहकार समिति की 38 प्रतिवेदन भी रखा और राजस्थान विधियां निरसन विधेयक 2023, राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण विधेयक 2023 भी रखवा दिया.
सरकार से जवाब की मांग : इसके बाद स्पीकर सीपी जोशी ने भाजपा के विधायकों को साफ कहा कि जनता के मुद्दे उठाने का आपको पूरा अधिकार है, लेकिन उसका एक तरीका है. जिस तरीके से यहां पर्चे दिखाए जा रहे हैं, यह सही नहीं है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को हिदायत दी कि अध्यक्ष की हैसियत से वो किसी को उसके अधिकार से वंचित नहीं करेंगे, लेकिन अगर उन्हें इंपोज किया जाएगा तो वो अपने सारे अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे. इसपर सदन में शांति हो गई और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपनी बात रखकर सरकार से जवाब की मांग की.
नेता प्रतिपक्ष अब नहीं करने देंगे काम की बात : सदन में हंगामा के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच चल रही जुबानी जंग फिर शुरू हो गई. भाजपा विधायक जब विधानसभा में हंगामा कर रहे थे तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया कि राजेंद्र राठौड़ नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद आपको (भाजपा विधायकों) एक भी काम की बात नहीं करने देंगे. डोटासरा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री केवल मन की बात करते हैं, काम की बात नहीं करते. उसी तरह से राजेंद्र राठौड़ भी कभी काम की बात नहीं करते हैं. हालांकि स्पीकर सीपी जोशी ने डोटासरा को आगे नहीं बोलने दिया.
आपको बता दें कि टोडाभीम की घटना के बाद राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा विरोध में उतर गए हैं, जिनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी इस मामले में जांच के लिए सांसद दीया कुमारी और रंजीता कोली के साथ ही सुमन शर्मा कि 3 सदस्य कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट मंगवाई है जो पीड़ित परिवार से मिलने टोडाभीम पहुंच भी चुकी है.