जयपुर. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ की ओर से प्रदेश के कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार की दमनकारी नीतियां, वादाखिलाफी और संवादहीनता को लेकर मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों की मांगों को लेकर महासंघ ने 15 मार्च तक चरणबद्ध रूप से चलने वाले आंदोलन की घोषणा की है.
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष आयुदान सिंह कविया ने बताया, कि सरकार कर्मचारियों के खिलाफ एक के बाद एक फैसले ले रही है. जिससे कर्मचारियों का दमन हो रहा है. आंदोलन के तहत 12 फरवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जा चुका है, अब 19 फरवरी को वादाखिलाफी दिवस मनाया जाएगा. 27 फरवरी को जिला स्तर पर 'जागो सरकार' एक दिवसीय धरना दिया जाएगा. जो 28 फरवरी से 14 मार्च तक कर्मचारी चेतना कार्यक्रम के तहत पदाधिकारियों अलग-अलग जिला में जाएंगे.
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कविया ने बताया, कि आंदोलन के तहत 15 मार्च को जयपुर में राज्य कर्मचारी चेतना कन्वेंशन होगा. महासंघ के महामंत्री तेज सिंह राठौड़ ने बताया, कि वेतन कटौती के आदेश को निरस्त, 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने, राज्य कर्मचारियों को चयनित वेतनमान का लाभ देने, कर्मचारियों की सुविधाओं को शुरू करने समेत 25 सूत्री मांगे हैं. जिन्हें सरकार पूरा करने से बचकर वायदा खिलाफी कर रही है. राठौड़ ने बताया कि आंदोलन को प्रदेश के 102 से ज्यादा कर्मचारी संगठन समर्थन दे चुके हैं.