जयपुर. संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के वक्तव्य की मांग कर रहे विपक्ष के 141 सांसदों के निलंबन का कांग्रेस मुखर होकर विरोध कर रही है. राजस्थान में अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने बड़े आंदोलन की रणनीति तय की है. इसके तहत राजधानी जयपुर से लेकर हर जिला मुख्यालय तक विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा. इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश जारी किए हैं. प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 22 दिसंबर को विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री के वक्तव्य की मांग कर रहे विपक्षी दलों के सांसदों को लोकतंत्र पर प्रहार करते हुए संसद से निलंबित करने का अलोकतांत्रिक निर्णय लिया गया. इसके विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने देशभर में विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने प्रदेश के सभी जिला कांग्रेस कमेटियों को निर्देश दिए हैं कि 22 दिसंबर 2023 को सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे.
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यह होंगे विरोध प्रदर्शन में शामिल : उन्होंने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में सभी प्रमुख कांग्रेसजनों के साथ ही प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी, विधायक, विधायक प्रत्याशी, सांसद व सांसद प्रत्याशी और नगरीय निकाय व पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि शामिल होंगे.
विधानसभा सदन में काली पट्टी बांधकर पहुंचे विधायक : विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में राजस्थान विधानसभा के उद्घाटन सत्र में कांग्रेस के सभी विधायक बुधवार को बाजू पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे थे. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित तमाम कांग्रेसी विधायकों ने काली पट्टी बांधकर ही विधानसभा सदस्य की शपथ ली थी.