जयपुर. राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हो चुका है. राजभवन में शनिवार को दोपहर बाद 3:15 बजे राज्यपाल कलराज मिश्र ने नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. राज्यपाल ने 21 विधायक और एक भाजपा प्रत्याशी को शपथ दिलाई. इनमें से 12 ने कैबिनेट मंत्री, पांच ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पांच ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली.
16 ने पहली बार ली मंत्री पद की शपथः अगर सीएम और कैबिनेट मंत्रियों की बात करें तो भजनलाल शर्मा, दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, बाबूलाल खराड़ी, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैया लाल चौधरी और सुमित गोदारा पहली बार मंत्री बने हैं. वहीं, डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और गजेन्द्र सिंह खींवसर पहले कैबिनेट मंत्री रह चुके है, जबकि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ केंद्र में मंत्री पद पर रह चुके हैं. उम्मीद की जा रही थी मंत्रिमंडल में चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं, ठीक वैसा ही हुआ. 22 मंत्रियों में से 16 विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली. हालांकि, बीजेपी से इस बार 9 महिला विधायक जीत कर विधानसभा पहुंची हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ दो को ही मंत्री पद दिया गया है. राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार में सिर्फ सुरेंद्र पाल सिंह टीटी पूर्व में मंत्री रहे चुके हैं, जबकि संजय शर्मा, गौतम कुमार दक, झाबर सिंह खर्रा और हीरालाल नागर पहली बार मंत्री बने हैं. वहीं, राज्य मंत्रियों में ओटाराम देवासी पहले मंत्री रहे चुके हैं, जबकि डॉ. मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी,के.के. बिश्नोई और जवाहर सिंह बेढम पहली बार मंत्री बने हैं.
8 करोड़ जनता के जनकल्याण का काम करेंगेः शपथ लेने के बाद अविनाश गहलोत ने कहा कि "केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मेरे इस साधारण से कार्यकर्त्ता को बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है. पार्टी ने एक किसान और ओबीसी वर्ग का जो मान सम्मान रखा है, मैं उनका बहुत-बहुत आभार जताता हूं". गहलोत ने कहा कि पद के साथ राजस्थान के 8 करोड़ जनता के जनकल्याण के लिए काम करना है, अब हमें जाति, धर्म और मजहब से ऊपर उठकर सभी के कल्याण के काम करने हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि सबका साथ, सबका विकास उस पर हम सभी को मिलकर काम करना है. गहलोत ने कहा कि पार्टी ने जो संकल्प जारी किया है, उसे पूरा करना है. वहीं, विभाग बंटवारे को लेकर गहलोत ने कहा कि ये सब काम मुख्यमंत्री के क्षेत्र का है.
100 दिन के लक्ष्य पर काम करना हैः कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योजना शर्मा को बधाई देता हूं, उन्होंने मुझे जिम्मेदारी दी, अब जो जिम्मेदारी मुझे मिली है उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ पूरा करना है". राठौड़ ने प्राथमिकता को लेकर कहा कि जो संकल्प पत्र पार्टी ने चुनाव से पहले जारी किया है, उस पर काम करना है. अगले 100 दिन के लिए सीएम भजनलाल ने जो लक्ष्य तय किया है, उसे पूरा करना है.
योजनाओं को भ्रष्टाचार रहित धरातल पर उतारेंगेः झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का जो सपना है, सबका साथ, सबका विकास उसे साकार करते हुए योजनाओं को भ्रष्टाचार मुक्त धरातल पर उतारेंगे. अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति को लाभ मिले, इसके लिए काम करेंगे. चुनौतियों को लेकर खर्रा ने कहा कि हर चुनौती को सफलतापूर्वक पार करेंगे, लोकसभा चुनाव सामने है, एक बार फिर राजस्थान में 25 के 25 सीटों पर विजय प्राप्त करना है.
5 साल की पीड़ा से राहत देनी हैः केके विश्नोई ने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करना है, पिछले 5 साल तक प्रदेश की जनता ने जो पीड़ा झेली है, उससे राहत देनी है. विश्नोई ने कहा कि आमजनता की सेवा करनी है. बाड़मेर में जो पानी, सड़क, शिक्षा व्यवस्था जैसे मुद्दे हैं, उन पर काम करना है. मंत्रिमंडल में चौंकाने वाले नामों को लेकर विश्नोई ने कहा कि मंत्रिमंडल में कुछ सरप्राइज करने वाले नाम नहीं हैं. इसमें हर वर्ग को सम्मान देने की कोशिश की है. सभी तजुर्बा वाले लोगों को भी मौका दिया गया है. कांग्रेस के आरोपों पर विश्नोई ने कहा कांग्रेस का काम आरोप लगाना है, उनकी सरकार की कोई योजना बंद नहीं की. अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार इन योजनाओं को बेहतर तरिके से आगे बढ़ाएगी.
मंत्री बनाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकारः आज के शपथ ग्रहण समारोह में एकमात्र महिला मंत्री के रूप में शपथ लेने वाली डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है नारी शक्ति को आगे बढ़ाना. प्रधानमंत्री जो नारी शक्ति वंदना अधिनियम लेकर आए उसको आगे बढ़ाने का काम करेंगे. अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी दी है ,उसे पूरा करेंगे. लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करना भारतीय जनता पार्टी की सरकार की प्राथमिकता रहेगी. मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला को मंत्री बनाने को लेकर डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि मंत्री बनाने का विशेषाधिकार मुख्यमंत्री का है, वो ही डिसाइड कर सकते हैं .