जयपुर. कांग्रेस के बाद अब बीजेपी ने भी विशेषाधिकार हनन का दांव खेला है. बीजेपी कांग्रेस के 6 विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है. बीजेपी के 6 विधायकों ने कांग्रेस के 6 विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने का नोटिस विधानसभा सचिव को सौंपा है. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव का नोटिस गुरुवार को विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा.
इन 6 विधायकों के खिलाफ प्रस्ताव: बीजेपी की तरफ से विधायक रामलाल शर्मा, अभिनेश महर्षि, अशोक लाहोटी, जोगेश्वर गर्ग, अनिता भदेल और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस के मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी, रामलाल जाट, उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, कांग्रेस विधायक रफीक खान और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लेकर आए हैं. विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे अस्वीकार किए जाने के बाद बीजेपी की ओर ये पलटवार में रूप में देखा जा रहा है.
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इस्तीफे के दबाव बनाने का आरोप: बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा और अशोक लाहोटी ने कांग्रेस के 6 विधायकों पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन 6 विधायकों ने अन्य विधायकों पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया था. आरोप है कि ये विधायक कांग्रेस के अन्य विधायकों के इस्तीफे लेकर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के आवास पहुंचे थे. उन्होंने कहा, हाईकोर्ट को दिए जवाब में भी विधानसभा ने माना है कि कांग्रेस विधायकों ने अपने इस्तीफे स्वेच्छा से नहीं दिए थे. इसलिए उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए थे. लाहौटी ने कहा कि सत्ता पक्ष की ओर से बनाए गए दबाव को लेकर ही बीजेपी कांग्रेस के 6 विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव आएगी.
तथ्यहीन आरोप, खारिज होंगे: प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा, केंद्र सरकार का बजट पूरी तरह से फेल हो गया है अब केंद्र के बजट पर जवाब देने की बजाय बीजेपी विधायक सदन से भागना चाहते हैं. डोटासरा ने कहा, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से विधायकों के इस्तीफे अस्वीकार की जाने के बाद यह मुद्दा ही खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा गिराने का काम राजेंद्र राठौड़ ने किया था. वह इस मामले को हाईकोर्ट ले गए थे. जबकि वह सदन में विधानसभा की गरिमा को लेकर बड़े-बड़े उदाहरण देते हैं. उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है और मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. जिस आधार पर बीजेपी विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर आई है उसमें कोई भी मजबूत तथ्य नहीं है.