भरतपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी का साथ देने वाले कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी ने जहां इनाम के तौर पर प्रदेश स्तर का पदाधिकारी बना दिया है. वहीं बगावत करने वाले भरतपुर संभाग के पांच कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
भरतपुर शहर से बगावत करने वाले गिरधारी तिवारी ने शीर्ष नेतृत्व के कहने पर नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद अब तिवारी को भाजपा का प्रदेश मंत्री बना दिया गया है. वहीं, भाजपा के घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे पांच बागियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इनमें भाजपा भरतपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल भी शामिल हैं
साथ देने का इनामः भरतपुर शहर विधानसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व विधायक विजय बंसल को टिकट देकर अपना प्रत्याशी घोषित किया. इससे नाराज होकर भाजपा के गिरधारी तिवारी ने बगावत कर दी थी और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था, लेकिन शीर्ष नेतृत्व के समझाने पर गिरधारी तिवारी ने नामांकन वापस ले लिया. उसके बाद अब इनाम के तौर पर गिरधारी तिवारी को पार्टी ने प्रदेश मंत्री बनाया है.
बगावत पर पति-पत्नी निष्कासितः भरतपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषि बंसल की पत्नी डॉ रितु बनावत ने बयान से टिकट कटने पर बगावत कर दी और निर्दलीय मैदान में कूद पड़ी. वहीं, पत्नी के चुनाव लड़ने की घोषणा पर ऋषि बंसल ने भी भाजपा जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद अब भाजपा प्रदेश अनुशासन समिति ने इसे गंभीरता से लेते हुए दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है
तीन अन्य लोग भी निष्कासितः बगावत करने वाले तीन अन्य लोगों को भी भाजपा से निष्कासित किया गया है. इनमें करौली के हिंडौन से बागी गायत्री कोली, सवाई माधोपुर से आशा मीणा, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी से छोटू लाल सैनी को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है. भाजपा की प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने पांचों बागियों की निष्कासन का पत्र जारी किया है.