जयपुर. भारत निर्वाचन आयोग आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर तीन दिवसीय राजस्थान दौरे पर है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और निर्वाचन आयुक्त अरूण गोयल ने शुक्रवार को जयपुर में राजनीतिक दलों के नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की.
विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चाः मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन मुख्य निर्वाचन आयुक्त, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की . इसके बाद आयोग ने एन्फोर्समेंट एंजेंसियों जैसे राज्य पुलिस, सीपीएफ, आयकर, आबकारी, परिवहन, वाणिज्यिक कर विभाग, राज्य की लीड बैंक के समन्वयक, रेलव , केंद्रीय सुरक्षा बल, आबकारी, आयकर आदि के उच्चाधिकारियों से विधासनभा चुनाव-2023 के संबंध में चर्चा की . इस दौरान राज्य स्तर पर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक की गई तैयारियों पर आयोग के समक्ष प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया.
दूसरे दिन जिलों के अधिकारियों से लेंगे फीडबैकः प्रवीण गुप्ता ने बताया कि दौरे के दूसरे दिन सभी जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, सभी संभागीय आयुक्त तथा समस्त पुलिस रेंज के महानिरीक्षक के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों की जिलेवार समीक्षा की जाएगी. इसके बाद शाम 7 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राज्य कृषि प्रबंध संस्थान दुर्गापुरा में निर्वाचन विभाग की ओर से लगाई स्वीप प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे. गुप्ता ने बताया कि इस अवसर पर उप निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार साहू, धर्मेन्द्र शर्मा, नितेश व्यास, अजय भादू, ह्रदयेश कुमार, महानिदेशक बी नारायण, संयुक्त निदेशक अनुज चांडक और सचिव अश्विनि कुमार मोहल सहित निर्वाचन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे .
भाजपा ने की निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की मांगः भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मण्डल ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव आयुक्त से मुलाकात करके ज्ञापन सौंपा . ज्ञापन में चुनाव आयोग से प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने मतदाता सूचियों को आधार कार्ड से लिंक करने, मतदान केंद्रों को धार्मिक स्थानों पर नहीं खोलने का सुझाव दिया. साथ ही चुनाव आयोग के निर्देशों से तीन वर्ष की अवधि तक एक ही जिले में रहने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों के स्थानांतरण के विषय पर भी चर्चा की. भाजपा के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने कई मतदान केंद्रों पर मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधित करने की प्रक्रिया में हो रहे पक्षपात पर अंकुश लगाने का सुझाव दिया. उन्होंने चिरंजीवी कार्ड और मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड और ज़मीनों के पट्टों पर मुख्यमंत्री के फोटो का मसला भी उठाया .