जयपुर. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. मिशन 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल अपनी-अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं. सत्ता परिवर्तन के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही भाजपा विधानसभा चुनावों से पहले अपना कुनबा बढ़ा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को भी कई राजनीतिक दलों के नेता, रिटायर्ड ब्यूरोक्रेटे्स, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न सामाजों से जुड़े 18 लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई.
बिना शर्त की ज्वाइनिंग : भाजपा ज्वाइन करने वालों में कई नेताओं की घर वापसी हुई तो कुछ कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर आए हैं. सभी ने प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और ज्वाइनिंग कमेटी के सदस्य वासुदेव देवनानी की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा. इस दौरान प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि सभी ने बिना किसी शर्त के पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली है. इन सबकी निष्ठा मोदी सरकार में है. जिस तरह से गहलोत सरकार में कुशासन रहा है, उससे जनता त्रस्त है.
दलित अत्याचार, महिला हिंसा, पेपर लीक और किसान कर्ज माफी आम जनता से जुड़े मुद्दे हैं, जिसमें प्रदेश की सरकार नाकाम रही है. अरुण सिंह ने कहा कि बड़ी संख्या में रिटायर्ड अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने भाजपा पर भरोसा जताते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है. इन सबकी ज्वाइनिंग से पार्टी और मजबूत होगी और आने वाले 2023 के चुनाव में कमल का फूल खिलाएगी.
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भाजपा का बढ़ रहा कुनबा : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ रहा है. केंद्र की मोदी सरकार ने जो आम जनता के लिए काम किया है और 9 साल बेमिसाल रहे हैं, उसके प्रति लोग अपना विश्वास दिखा रहे हैं. इसीलिए हर दूसरे दिन भाजपा में लोगों की ज्वाइनिंग हो रही है और यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आज रिटायर्ड अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और यहां तक कि कांग्रेस संगठन से जुड़े नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा है. भाजपा इन नेताओं, कार्यकर्ताओं की ज्वाइनिंग के साथ ज्यादा मजबूत हो रही है और प्रदेश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने जा रही है.
इन्होंने किया ज्वाइन : पूर्व IAS डॉ. महेश भारद्वाज, पूर्व IAS हनुमान सिंह भाटी, पूर्व IAS केसी वर्मा, पूर्व RAS माताराम रिणवा, पूर्व RPS खेमराज खोलिया, पूर्व IAS भंवरलाल नवल, पूर्व इनकम टैक्स ऑफिसर नरेंद्र गौड़, पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर ओमप्रकाश मीणा, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी राजाराम मीणा, देव सोमनाथ, डूंगरपुर के धनेश्वर आहारी, जोधपुर- जयपुर के व्यापारी भूदेव देवड़ा, बारां जिले के कांग्रेस नेता कमल राठौड़, गंगापुर के बहादुर सिंह गुर्जर, नागौर के ओमप्रकाश बागरा, भाजपा से पूर्व विधायक रहे कृष्ण कड़वा की वापसी, कुंवर राव गगन सिंह बांसवाड़ा, दयानंद शकरवाल पूर्व अधिकारी इंश्योरेंस कंपनी बहरोड़, कोटपूतली से डॉ. रतिराम यादव ने भाजपा का दामन थामा.
पहले कई दिग्गज कर चुके हैं भाजपा की सदस्यता : बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले अभी तक कई दिग्गज बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओमप्रकाश पहाड़िया, पूर्व सांसद सुभाष मेहरिया ने 19 मई को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पारिवारिक सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विजेंद्र सिंह शेखावत ने 12 जून को पार्टी मुख्यालय पर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं.
वहीं, 23 जुलाई को 17 नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की थी. इसमें कांग्रेस-माकपा नेताओं के अलावा IAS-IPS भी शामिल रहे. वसुंधरा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले CPM के पूर्व विधायक पवन दुग्गल भी 'भगवाधारी' हो गए हैं. उन्होंने अपनी पत्नी रानी दुग्गल के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी. इनके साथ कांग्रेस नेता शिवचरण कुशवाह भी बीजेपी में शामिल हुए. कुशवाह 2018 के विधानसभा चुनावों में धौलपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे थे. इसके अलावा 12 अगस्त को कई सेवानिवृत प्रशासनिक, न्यायिक अधिकारियों सहित कर्मचारी नेता और गुर्जर समाज के दिग्गज नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा था.